मनरेगा योजना के तहत करोड़ों खर्च कर बनाये गये दर्जनों तालाब, नहीं है पानी
मनरेगा योजना के तहत 40 पोखर का कराया गया है निर्माण
मुंगेर/टेटियाबंबर. मौसम की बेरुखी से तालाबों की सुंदरता समाप्त होती जा रही है. मनरेगा योजना के तहत करोड़ों खर्च कर दर्जनों तालाब बनाये गये. लेकिन ज्येष्ठ माह के इस भीषण गर्मी व चिलचिलाती धूप में अधिकांश तालाब सूखने के कगार हैं. यूं कहें कि महात्मा गांधी गारंटी रोजगार योजना के तहत समुचित रखरखाव नहीं होने के कारण तालाब अस्तित्व को खोते जा रहे हैं. टेटियाबंबर प्रखंड के भुना पंचायत में मनरेगा योजना के तहत पांच एवं धौरी पंचायत में चार पोखर का निर्माण कराया गया था. पोखर में पौधारोपण तथा वाटिका का भी निर्माण कार्य नहीं कराया गया, लेकिन लाखों रुपये की मिट्टी निकाल कर रुपये का बंदरबांट किया गया. इस पोखर में पर्याप्त जल उपलब्ध कराने की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है और न ही मत्स्य पालन की दिशा में कोई कदम उठाया गया. मौसम की बेरुखी व भीषण गर्मी से जलस्तर नीचे चला गया और तालाब सूखते चले गये. जबकि प्रखंड के सभी पंचायतों में एक पोखर का निर्माण कराया गया और पोखर के सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपये खर्च किये गये. बावजूद वर्तमान में धरातल पर योजना दम तोड़ती नजर आ रही है और राशि की खूब लूटखसोट की गयी. इस संबंध में मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत 40 पोखर का निर्माण कराया गया था.
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