डॉ कृपाशंकर पांडेय रचित पद चौरासी पुस्तक का हुआ लोकापर्ण

सामाजिक कार्यकर्ता कौशल किशोर पाठक ने कहा कि पदचौरासी का प्रथम पद पढ़कर ही मैं भाव विभोर हो गया हूँ.

By Prabhat Khabar News Desk | November 29, 2024 6:02 PM

मुंगेर आरडी एंड डीजे कॉलेज में शुक्रवार को संस्कृत विभाग के प्राध्यापक डॉ कृपाशंकर पांडेय द्वारा रचित पुस्तक ””पद चौरासी”” का लोकार्पण कॉलेज के पुस्तकालय भवन में किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज के प्राचार्य प्रो. प्रभात कुमार तथा समाजिक कार्यकर्ता कौशल किशोर पाठक थे. प्राचार्य प्रो. प्रभात कुमार ने कहा कि डॉ. कृपाशंकर द्वारा रचित पुस्तक अपना व्यक्तिगत एवं सामाजिक प्रभाव रखती है. यह भक्ति प्रधान काव्यग्रंथ आम जनमानस के लिए भी बहुत उपयोगी है. पुस्तक के आधार विषय पर बीज वक्तव्य देते हुए हिन्दी के प्राध्यापक डॉ..अवनीश चंद्र पाण्डेय ने कहा कि पद चौरासी के पीछे भक्त कवियों की प्रेरणा एवं डॉ० कृपाशंकर की स्वानुभूति रही है. जो अपने आप में विशिष्ट है. ग़ज़लकार अनिरुद्ध सिन्हा ने कहा कि डॉ. कृपाशंकर के लेखन से मैं परिचित हूँ. इनके पास अपनी अनुभूतियां, भाव और शब्द हैं. जिससे इनका लेखन विशिष्ट होता हैं. डॉ. राकेश शर्मा ने पुस्तक की मौलिकता एवं उसकी तर्कप्रवणता पर अपनी बात कही. सामाजिक कार्यकर्ता कौशल किशोर पाठक ने कहा कि पदचौरासी का प्रथम पद पढ़कर ही मैं भाव विभोर हो गया हूँ. वहीं प्राध्यापक डॉ कृपाशंकर पाण्डेय “शंकर आनंद ” द्वारा पद चौरासी नामक पुस्तक लिखी गयी है. यह पुस्तक भारती प्रकाशन वाराणसी द्वारा प्रकाशित है. इस पुस्तक की भूमिका महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्राध्यापक, तुलसी काव्य के रसिक-मर्मज्ञ डॉ अवनीश चंद्र पांडेय ने लिखी. पुस्तक अवधी, ब्रज तथा खड़ी बोली के संयुक्त रूप में लिखी गयी है. धन्यवाद ज्ञापन संस्कृत के विभागाध्यक्ष डॉ० विश्वजीत विद्यालंकार ने किया. मौके पर प्रो. सुनील गुप्ता, प्रो.मंजु गुप्ता, प्रो.विद्या कुमार चौधरी, प्रो.रंजना सिंह, प्रो.एसएन मंडल, डॉ. निलयश्री, डॉ. मयंक मधुकर, डॉ. सौरभ यशस्वी, डॉ. अनीश अहमद, डॉ. मुनीन्द्र, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. मिथिलेश, डॉ. अजय, डॉ. प्रभाकर, डॉ. अकील आदि मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version