– कुलसचिव से दूसरे दिन भी नहीं हो पायी वार्ता, प्रतिनिधि, मुंगेर. अपने 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार राज्य विश्वविद्यालय व महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के बैनर तले मुंगेर विश्वविद्यालय के 17 में से कोशी कॉलेज, खगड़िया तथा केएसएस कॉलेज, लखीसराय को छोड़कर शेष कॉलेज के कर्मचारी विश्वविद्यालय के समक्ष बुधवार को भी धरने पर बैठे रहे. हालांकि, कुलसचिव के मुख्यालय से बाहर होने के कारण पूर्व निर्धारित कर्मियों का दो दिवसीय धरना प्रदर्शन दूसरे दिन भी बिना वार्ता के ही रह गया. विश्वविद्यालय के समक्ष महासंघ मुंगेर विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष गुंजेश कुमार के नेतृत्व में कर्मियों ने विश्वविद्यालय पहुंच मुख्यालय के गेट में ताला जड़ दिया और विश्वविद्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये. कर्मचारियों ने इस दौरान मांगों के समर्थन में नारे भी लगाये. कर्मचारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन कर्मचारियों की मांगों को लेकर पूरी तरह उदासीन बना है. कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर लंबा इंतजार किया गया, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा केवल आश्वासन ही दिया गया. कर्मियों ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में सीनेट चुनाव के विस्तारित तिथि को जुलाई माह में किये जाने, अनुकंपा पर नियुक्ति प्रक्रिया को शत-प्रतिशत पूरा करने, वेतन सत्यापन कोषांग द्वारा निर्गत वेतन पर्ची में त्रुटि का निवारण कर अविलंब अग्रसारित कर वेतन सत्यापन कोषांग को भेजने की प्रक्रिया पूर्ण करने, प्रोन्नति की अधिसूचना अविलंब सार्वजनिक किये जाने की मांग शामिल है. हालांकि, पूर्व निर्धारित दो दिवसीय धरना प्रदर्शन के बीच कर्मचारी स्थायी कुलसचिव से वार्ता की मांग को लेकर अड़े रहे, लेकिन एमयू के कुलसचिव के मुख्यालय से बाहर होने के कारण वार्ता नहीं हो पायी. कुलपति के ओएसडी डॉ प्रियरंजन तिवारी ने बताया कि मंगलवार को ही कुलपति द्वारा कर्मचारियों से वार्ता की गयी थी. इस दौरान प्रभारी कुलसचिव डॉ अमर कुमार भी मौजूद थे, लेकिन कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर स्थायी कुलसचिव से वार्ता को लेकर अड़े रहे. कुलपति द्वारा आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों को लेकर कुलसचिव सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठकर वार्ता की जायेगी.
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