शेष बचे घरों में अगस्त माह तक पेयजलापूर्ति करें सुनिश्चित, नहीं तो होगी कानूनी कार्रवाई : आयुक्त
जलापूर्ति, सिवरेज व गैस पाइप लाइन योजना का प्रमंडलीय आयुक्त ने की समीक्षा
– जलापूर्ति, सिवरेज व गैस पाइप लाइन योजना का प्रमंडलीय आयुक्त ने की समीक्षा
– नगर आयुक्त को मॉनेटरिंग करने व सड़कों के मरम्मती का दिया आदेशमुंगेर
प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार सिंह ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र के सभी 45 वार्ड के सभी घरों में 31 अगस्त तक जलापूर्ति सुनिश्चित करायें . धैर्य की परीक्षा न लें, क्योंकि आमजन काफी परेशान है. अगर विलंब हुआ तो एजेंसी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी. ये बाते मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में निगम क्षेत्र में संचालित पेयजलापूर्ति, सिवरेज एवं गैस पाइप लाइन योजना की समीक्षा के दौरान कहीं. नगर आयुक्त निखिल धनराज, आयुक्त के सचिव अरविंद कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे.शहर में संचालित पेयजलापूर्ति योजना के संबंध में जानकारी देते नगर आयुक्त ने बताया कि टीम बना कर घर-घर कनेक्शन का सत्यापन कराया गया. प्रतिवेदित 38 हजार घरों को कनेक्शन के संबंध में पाया गया कि अभी तक 19 हजार घरों में जलापूर्ति हो रही है. ऐसी भी शिकायत है कि पानी आ रहा है लेकिन पानी का दवाब कम है. अबतक एजेंसी द्वारा 19 हजार घरों में शुद्ध रूप से आपूर्ति की जा रही है और 19 हजार घर बचे हुए हैं. आयुक्त एजेंसी को शेष बचे 19 हजार हाउस होल्ड में फोकस करते हुए पेयजलापूर्ति आपूर्ति अगस्त माह तक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने नगर आयुक्त को इसे सुनिश्चित कराने के लिए माॅनिटेरिंग करने का निर्देश अगर निर्धारित समय तक निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति नहीं हुई तो नगर आयुक्त जिन घरों में पानी नहीं पहुंचा है उसके लिए जबाबदेह ठहराते हुए एजेंसी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करेंगे. जलापूर्ति योजना एजेंसी जेएमसी के प्रतिनिधि ने बताया कि एनएच निर्माण के दौरान जलापूर्ति की लगभग 100 मीटर पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसके कारण दो हजार हाउस होल्ड तक जलापूर्ति प्रभावित हो गयी है. एनएच के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि जलापूर्ति एजेंसी द्वारा पाईप बिछाने के संबंध में उनसे एनओसी नहीं ली गयी थी. आयुक्त ने निर्देश दिया कि एनएच के कार्यपालक अभियंता, बुडको सभी एजेंसी के साथ समन्वय एवं तकनीकी सहयोग प्रदान करते हुए जेएमसी के माध्यम से पुनः इसे रिस्टोर कराये. लगभग 8 हजार घर बचे हुए है, जो इस योजना में सम्मिलित नहीं है. इसके लिए परियोजना निदेशक बुडकों जलापूर्ति एजेंसी के माध्यम से 10 दिनों के अंदर ऐसे घरों का सर्वे कराते हुए एवं क्राॅस चेक कर प्रस्ताव नगर आयुक्त को देंगे. पथ निर्माण विभाग को निर्देश दिया गया कि वे अपने स्तर से पर्यवेक्षण कर सुनिश्चित कर लेंगे कि मानक के अनुरूप रिस्टोरेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है अथवा नहीं.
एजेंसी ने कहा कि 31 जुलाई तक पूरा हो जायेगा सिवरेज का कार्य
एजेंसी द्वारा बताया गया कि 31 जुलाई 2024 तक सिवरेज का कार्य पूर्ण कर 01 अगस्त से एसटीपी का कार्य आरंभ किया जायेगा. 15 हजार घरों में से 12500 हजार घरों को कनेक्शन कर दिया गया है. शेष 2500 घरों को भी शीघ्र कनेक्शन कर दिया जायेगा. बुडको एजेंसी द्वारा बताया गया कि एसटीपी से फ्लो गंगा नदी में बहाव का प्रावधान किया गया है. आयुक्त ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस योजना के एसटीपी से सिंचाई की व्यवस्था कराया जाना है. एनजीटी का भी निर्देश है कि गंगा नदी में किसी तरह का बहाव उचित नहीं है. उन्होंने बुडको निर्देश दिया कि मुख्यालय से इसके लिए मार्गदर्शन प्राप्त करें. साथ ही सिवरेज एसटीपी से सिंचाई उद्देश्यों के पूर्ति का कार्य कराये जाने के लिए राज्य स्तर पर पत्र भेजने का निर्देश दिया. नगर आयुक्त को इस योजना के मॉनेटरिंग का निर्देश दिया गया.
गुणवत्ता के साथ करें सड़कों पर बने पीट का रिस्टोरेशन
नगर निगम क्षेत्र में गैस पाइप लाइन योजना के प्रगति पर एजेंसी के परियोजना प्रबंधक ने बताया गया कि अबतक 2200 घरों में गैस पाइप लाइन का मीटर लगा दिया गया है. 2500 घरों से गैस आपूर्ति के लिए आवेदन फार्म प्राप्त किये गये है. बताया गया कि गैस पाइप लाइन बिछाने के क्रम में 480 पीट की खुदाई की गयी थी. जिसमें से 470 पीट को रिस्टोर कर दिया गया है. आयुक्त ने सड़कों में बने पीट के रिस्टोरेशन का कार्य पथ निर्माण विभाग के निगरानी में सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया. बैठक में योजनाओं से जुड़े अधिकारी व पथ व एनएच के अभियंता मौजूद थे.
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