आदेश के बाद भी नवप्रशिक्षित शिक्षकों का नहीं हो रहा वेतन निर्धारण, नियोजित शिक्षकों के बीच रोष
आदेश के बाद भी नवप्रशिक्षित शिक्षकों का नहीं हो रहा वेतन निर्धारण, नियोजित शिक्षकों के बीच रोष
मुंगेर में शिक्षा विभाग की कार्यशैली एक बार पुन: कठघरें में खड़ा है. शिक्षा विभाग के अवर सचिव सह निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) गिरीवर दयाल सिंह एवं क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक मुंगेर प्रमंडल मुंगेर मो. मंसूर आलम के आदेश के बाद भी नव प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन निर्धारण का कार्य पूरा नहीं हो सका है. जिसके कारण नियोजित शिक्षकों के बीच रोष पनप रहा है. क्योंकि वेतन निर्धारण नहीं होने से शिक्षक को आर्थिक क्षति हो रही है और वह मानसिक तौर पर परेशान है. बताया जाता है कि शिक्षा विभाग के अवर सचिव सह निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) गिरीवर दयाल सिंह ने अप्रैल माह में ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेज कर कहा था कि विभागीय संकल्प संख्या 1632 दिनांक 21 जून2017 के तहत नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को पुनरीक्षित वेतन(पे-मैट्रिक्स आधारित) स्वीकृतिकिया गया था. अप्रशिक्षित शिक्षका जो सेवाकालिन प्रशिक्षण प्राप्त किए हैं से संबंधित पुनरीक्षित वेतनमान के निर्धारण का निर्देश है. जिसमें स्पष्ट है कि मूल वेतन का लेवल 2,3 एवं 4 में अधितक इंडेक्स 3 तक ही निर्धारण होगा. बावजूद इसके कई जिलों में इंडेक्स 3 से ऊपर जाकर वेतन का निर्धारण किया गया है. यह त्रुटिपूर्ण है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजा गया पत्र :
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को त्रुटी का निवारण करने को कहा गया था. लेकिन अब तक इस पर कारवाई नहीं हुई. डीपीओ स्थापना को निर्देश दिया गया था कि 15 मई 2020 के बाद भी पुरीक्षित वेतनमानके निर्धारण में किसी स्तर से त्रुटि होता है तो इसकी जांच कराकर आप पर भी जिम्मेदारी निर्धारित की जायेगी. इधर टीइटी शिक्षक संघ मुंगेर के आवेदनपर क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक मुंगेर प्रमंडल मो. मंसूर आलम ने भी 4 जून2020 को जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेज कर वेतन निर्धारण कार्यपूर्ण करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि प्रखंडवार कैंप निर्धारित कर नव प्रशिक्षित शिक्षकों के वेनत निर्धारण का कार्य सुनिश्चित किया जाय.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya