मुंगेर. क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य मुंगेर प्रमंडल वीरेंद्र कुमार ने सदर प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुशील कुमार झा व पीएचसी की चिकित्सक डॉ गुलनाज से स्पष्टीकरण पूछा है. वहीं आरडीडीई स्वास्थ्य ने डॉ गुलनाज के वेतन पर भी अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी है. आरडीडीई स्वास्थ्य के पत्र में कहा गया है कि जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के तहत प्रत्येक माह के 9 व 21 तारीख को एएनसी जांच शिविर का आयोजन किया जाता है. इसमें गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की जाती है. इसके लिए विभाग द्वारा आरडीडीई स्वास्थ्य को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. उनके द्वारा 22 जुलाई को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर प्रखंड का अपराह्न 1.20 बजे निरीक्षण किया गया. इस दौरान पाया गया कि सदर प्रखंड पीएचसी में प्रत्येक माह केवल 9 तारीख को ही एएनसी जांच शिविर का आयोजन किया जाता है. वहीं इसे लेकर जब ओपीडी में मौजूद चिकित्सक डॉ गुलनाज से बात की गयी तो उनके द्वारा भी यही बताया गया. इसे लेकर चिकित्सक को इस संबंध में लिखित रूप से जवाब मांगा गया. इस दौरान एक व्यक्ति वहां पहुंचा, जिसने बताया गया कि उक्त महिला चिकित्सक उनकी भाभी है और उक्त व्यक्ति ने क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. इस दौरान हंगामे की स्थिति बनी, लेकिन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी वहां नहीं पहुंचे. जबकि डॉ गुलनाज ने भी अपने उक्त संबंधी को विभागीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने से नहीं रोका. इस स्थिति में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पत्र प्राप्ति के पांच दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण देंगे, यदि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया जाता है तो उनके वेतन पर रोक लगायी जायेगी.
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