असरगंज की शोभा जमालपुर की गीतांजलि के नाम पर कर रही थी शिक्षिका की नौकरी असरगंज असरगंज थाना क्षेत्र के चौरगांव पंचायत अंतर्गत माछीडीह गांव से पुलिस ने शुक्रवार को एक फर्जी शिक्षिका को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जबकि नियोजन इकाई के तत्कालीन सदस्य की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार असरगंज की माछीडीह गांव निवासी स्व. अजीत कुमार की पत्नी शोभा कुमारी मुंगेर जिला के जमालपुर केशोपुर निवासी संजय मंडल की पत्नी गीतांजलि कुमारी के स्थान पर खुद गीतांजलि कुमारी बनकर शिक्षिका की नौकरी कर रही थी. वह असरगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय चाखंड में नियुक्त थी. कांड के अनुसंधानकर्ता मो. हसीब ने बताया कि 2008 में नियोजित शिक्षक की बहाली में जमालपुर की गीतांजलि कुमारी के स्थान पर उनके प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका माछीडीह गांव की शोभा कुमारी है. जिसकी नियुक्ति वर्ष 2008-09 बीआरसी कार्यालय असरगंज की गठित काउंसलिंग कमिटी के तत्कालीन सदस्य की मिलीभगत से शोभा कुमारी की नियुक्ति गीतांजलि कुमारी के जगह पर कर दी गई थी. नियुक्ति के उपरांत फर्जी शिक्षिका शोभा कुमारी ने जालसाजी कर गीतांजलि कुमारी के नाम से आधार कार्ड एवं बैंक अकाउंट एसबीआई बैंक में भी खुलवा लिया. जिसका इस्तेमाल सैलरी के लिए लिए कर रही थी. जबकि गीतांजलि इस बात से अनजान थी. इसका खुलासा वर्ष 2017 में निगरानी विभाग द्वारा अनुभव प्रमाण पत्र जांच के दौरान हुआ. तब गीतांजलि को पता चला कि मेरी जगह माछीडीह गांव की शोभा कुमारी नौकरी कर रही है. तब इस मामले में गीतांजलि ने मुंगेर न्यायालय में परिवाद दायर किया था. न्यायालय के निर्देशानुसार वर्ष 2022 में तत्कालीन थानाध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार ने असरगंज थाने में प्राथमिक दर्ज किया था. हबीब ने बताया कि नियोजन इकाई के तत्कालीन सदस्य एवं शिक्षा माफिया की भूमिका पहचान कर कार्रवाई की जाएगी.
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