इमरजेंसी वार्ड का फॉल्स सीलिंग गिरा, बाल-बाल बचे मरीज
100 बेड के नये मॉडल अस्पताल की आस में जर्जर सदर अस्पताल का भवन अब मरीजों के लिये जान पर मुसीबत बनता जा रहा है.
मुंगेर. 100 बेड के नये मॉडल अस्पताल की आस में जर्जर सदर अस्पताल का भवन अब मरीजों के लिये जान पर मुसीबत बनता जा रहा है. कुछ ऐसा ही शनिवार की सुबह हुआ, जब सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का फॉल्स सीलिंग टूट कर मरीज के बेड के पास ही गिर पड़ा. हालांकि इसमें मरीज व उसके परिजन बाल-बाल बच गये. इस दौरान अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात कर्मियों को मरीज व उसके परिजनों के कोपभाजन का शिकार भी होना पड़ा. बताया गया कि सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शुक्रवार की रात से ही हो रहे मूसलाधार बारिश के बीच शनिवार को इलाजरत मरीज के समीप फॉल्स सीलिंग टूट कर गिर गया. हालांकि फॉल्स सीलिंग का मलवा बेड पर इलाजरत मरीज के बगल में जमीन पर गिरा. जिससे मरीज व परिजन बाल-बाल बच गए. इसके बाद मरीज के परिजन वहां मौजूद नर्सिंग और पारा मेडिकल स्टाफ को बुरा-भला कहने लगे. परिजनों का कहना था कि अगर मरीज के ऊपर मलवा गिर जाता तो मरीज का क्या होता, हालांकि नर्सिंग स्टाफ ने परिजनों को समझा-बुझा कर शांत कराया. इसके बाद वार्ड इंचार्ज द्वारा अस्पताल प्रबंधक को सूचना दी गयी. जिसकी सूचना पर पहुंचे सफाई कर्मियों द्वारा मलवा हटाया गया. जानकारी के अनुसार सीताकुंड निवासी एक वृद्ध महिला की तबीयत बिगड़ने पर परिजन इलाज कराने इमरजेंसी वार्ड लेकर पहुंचे थे. इमरजेंसी वार्ड के बेड पर महिला लेटी थी, परिजन बगल में खड़े थे, तभी अचानक वार्ड के ऊपर लगा फॉल्स सीलिंग का बड़ा सा टुकड़ा मरीज के समीप आ गिरा.
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