धरहरा . सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धरहरा में गुरुवार की देर शाम इलाज के लिए रेफर हुई अमारी सरधापुर मुशहरी गांव निवासी मदन कुमार मांझी की प्रसव पीड़िता पत्नी 22 वर्षीय कल्पना कुमारी को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. जब परिजन महिला को लेकर सदर अस्पताल पहुुंचे तो वहां चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. जिसके विरोध में शुक्रवार की सुबह मृतक महिला के परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा कर जमकर हंगामा किया. जिसके कारण सीएचसी में काम-काज पूरी तरह से ठप हो गयी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझा कर मामला को शांत कराया.
मृत महिला की सास ऊषा देवी ने बताया कि पतोहू को 20 नवंबर को प्रसव पीड़ा प्रारंभ हुई थी. आशा उर्मिला देवी के साथ उसे सीएचसी धरहरा लाया गया. जांच के बाद सब कुछ सामान्य रहने पर नार्मल डिलीवरी की बात चिकित्सक ने कही. आठ बजे रात में उसे अस्पताल में भर्ती किया गया. 21 नवंबर को अत्यधिक दर्द उठने पर उसे सुई दी गयी. कुछ देर बाद प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी. परिजनो ने आरोप लगाया कि मरीज को मृत स्थिति में ही उसे ऑक्सीजन और स्लाइन लगाकर एंबुलेंस से सदर अस्पताल भेज दिया गया. जब उसे लेकर हमलोग सदर अस्पताल पहुंचे तो वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौत से आक्रोशित परिजन शुक्रवार को धरहरा थाना पहुंचे. जहां पर पुलिस से कार्रवाई की मांग की. कुछ ही देर बाद आक्रोशित परिजन धरहरा सीएचसी पहुंचे और मुख्य गेट को बंद कर हंगामा शुरू कर दिया. जिसके कारण सीएचसी में कामकाज प्रभावित हो गया. आक्रोशित परिजन सिविल सर्जन से मामले शव का पोस्टमार्टम कराते हुए मामले की जांच कर दोषी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को बर्खास्त करने. जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस द्वारा आक्रोशित परिजनों को शांत कराया गया.कहते हैं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार ने बताया कि गुरुवार को जब प्रसूता को डीलिवरी कराने प्रसव कक्ष में ले जाया गया तो वह गैसपीन में चली गयी. उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल ही एंबुलेंस से बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल मुंगेर भेजा गया. जहां उसकी मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है