शिक्षक प्रोन्नति की अधिसूचना की मांग को लेकर समन्वयक समिति ने शुरू किया आमरण अनशन

शिक्षक प्रोन्नति की अधिसूचना जारी करने की मांग को लेकर पिछले दो दिन मुंगेर विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन के बाद बुधवार से विश्वविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ समन्वयक समिति द्वारा आमरण अनशन आरंभ कर दिया गया. समिति के अध्यक्ष डॉ देवराज सुमन के नेतृत्व में शिक्षकगण विश्वविद्यालय के समक्ष आंदोलन पर हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 31, 2024 6:33 PM

शिक्षक प्रोन्नति की अधिसूचना जारी होने तक शिक्षक करेंगे आमरण अनशन : डॉ देवराज सुमन, मुंगेर. शिक्षक प्रोन्नति की अधिसूचना जारी करने की मांग को लेकर पिछले दो दिन मुंगेर विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन के बाद बुधवार से विश्वविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ समन्वयक समिति द्वारा आमरण अनशन आरंभ कर दिया गया. समिति के अध्यक्ष डॉ देवराज सुमन के नेतृत्व में शिक्षकगण विश्वविद्यालय के समक्ष आंदोलन पर हैं. डॉ देवराज सुमन ने कहा कि राजभवन के निर्देशानुसार सितंबर 2023 को एक अधिसूचना जारी कर कहा गया था कि सभी शिक्षकों को तिथि से पूर्व उसके प्रोन्नति की प्रक्रिया पूरी करें. उसी पत्र के आधार पर कुलपति प्रो. श्यामा राय द्वारा शिक्षक प्रोन्नति की प्रक्रिया आरंभ की गयी और 2 जुलाई 2024 को सभी प्रक्रियाएं विधिवत और स्टेच्यूटरी के आधार पर पूरी की गयी. जिसके बाद कुलपति द्वारा प्रोन्नति पाने वाले शिक्षकों की सूची कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर को अधिसूचना जारी करने के लिये दी गयी, लेकिन अबतक अधिसूचना जारी नहीं की गयी है. जबकि इसका कारण भी अबतक नहीं बताया गया है. उन्होंने कहा कि समन्वयक समिति की केवल एक मांग शिक्षक प्रोन्नति की अधिसूचना जारी करने की है. उन्होंने कहा कि प्रोन्नति एक शिक्षक के लिये सम्मान और अर्हाता का साक्ष्य होता है. शिक्षक प्रोन्नति की अधिसूचना जारी करने को लेकर तीन बार शिक्षक प्रतिनिधिमंडल द्वारा कुलसचिव से मुलाकात कर अधिसूचना जारी करने का आग्रह किया गया, जबकि कुलपति और कुलसचिव के साथ सामूहिक रूप से शिक्षक प्रतिनिधिमंडल द्वारा मुलाकात की गयी. जिसमें कुलसचिव द्वारा कहा गया कि कुलपति के आदेश आने के बाद अधिसूचना जारी कर दी जायेगी, लेकिन कुलपति के आदेश के बावजूद अबतक शिक्षक प्रोन्नति की अधिसूचना जारी नहीं की गयी है. अध्यक्ष ने कहा कि अधिसूचना जारी करने को लेकर जो भी तकनीकी परेशानी है. उसे दूर करने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की है, न की शिक्षकों की और शिक्षक प्रोन्नति प्रत्येक शिक्षक का अधिकार है. अधिसूचना को लेकर लंबा इंतजार करने के बाद अब शिक्षक अपने अधिकार को पाने के लिये आंदोलन को मजबूर हुए हैं. जबतक अधिसूचना जारी नहीं होती है, तबतक समन्वयक समिति के बैनर तले शिक्षकों का आमरण अनशन जारी रहेगा. मौके पर डा. रंजन कुमार, डा. प्रियरंजन तिवारी, डा. अंशु कुमार राय, डा. ओम प्रकाश, डा. अभय कुमार, बीआरएम कालेज के प्राचार्य डा. अजीत कुमार ठाकुर, डा. चंदन कुमार, डा. कंचन कुमारी, डॉ नेहा कुमारी, डॉ अमित कुमार आदि मौजूद थे.

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