प्रतिनिधि, असरगंज. असरगंज थाना क्षेत्र के रहमतपुर बासा मुहल्ले में हुई रिटायर्ड प्रधानाध्यापिका हत्याकांड में पुलिस ने शुक्रवार की रात उसी गांव के रहने वाले मोछू मंडल व उसके पुत्र दिलीप मंडल को गिरफ्तार किया. जो मृतका का खेतीबाड़ी व घर का देखभाल करने वाला था. जिसे शनिवार को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. एसडीपीओ तारापुर सिंधुशेखर सिंह ने बताया कि 2 मई की रात अपराधियों ने घर में अकेली रह रही रिटायर्ड प्रधानाध्यापिका की हत्या कर दी थी, जबकि लूटपाट को भी अंजाम दिया था. इस मामले में अज्ञात के खिलाफ असरगंज थाना में मुकदमा दर्ज हुआ है. जिसका तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान किया गया. उन्होंने बताया कि मोछू मंडल और उसका पुत्र दिलीप मंडल पर पुलिस को पहले से ही शक था. मृतक घर पर अकेली रहती थी. जबकि उसकी खेतीबाड़ी, घर की देखभाल दोनों बाप-बेटा करता था. 3 मई को महिला का शव पुलिस ने बरामद किया था. उस दिन भी दोनों बाप-बेटा को लोगों ने मुख्य गेट से अहले सुबह घर से निकलते देखा था. क्योंकि मुख्य गेट की एक चाबी गृहस्वामी तो दूसरा चाबी मोछू मंडल के पास रहता था. जब उससे चाबी के बारे में पूछताछ किया गया तो दोनों बाप-बेटा ने इंकार कर दिया. गेट से निकलने की बात पर वह चुप हो गया. इतना ही नहीं वह प्रतिदिन शाम में दूध देने उसके घर पर आता था, लेकिन 2 मई को वह दूध देने भी नहीं आया था. पूरी पड़ताल और साक्ष्य इकट्टा कर दोनों बाप-बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. क्या थी घटना. शिक्षिका मंजू कुमारी असरगंज थाना क्षेत्र के रहमतपुर बासा स्थित अपने घर में अकेले रह रही थीं. दो बेटों में से एक भागलपुर और दूसरा देवघर में रहता है. 2 मई की रात जब उसकी बेटी ने फोन किया तो मां ने नहीं उठाया. 3 मई की सुबह भी फोन नहीं उठाया तो बेटी ने विक्रमपुर गांव के एक परिचित को घर पर भेजी. जहां पर उसकी मां की लाश पड़ी मिली. मृतका के हाथ-पैर बंधे थे और पलंग से नीचे लाश पड़ी हुई थी. घर में अलमारी सहित अन्य सामान बिखरा पड़ा हुआ था. अपराधियों ने हत्या करने के बाद लाखों का जेवरात व अन्य समान लूट कर भाग गया था. इस मामले में असरगंज थाना में मृतक के परिजन ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया था.
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