तारापुर. अनुमंडलीय अस्पताल तारापुर के आपातकालीन कक्ष में विगत दिनों एक मरीज की माैत को लेकर परिजनों ने हंगामा किया था. अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ की थी. इस मामले में तारापुर अनुमंडलीय अस्पताल की प्रभारी उपाधीक्षक ने 19 अगस्त को थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करायी है. आवेदन में उन्होंने कहा है कि 16 अगस्त को विषय गांव निवासी शकुंतला देवी को उसकी बेटी सोनी देवी एवं दामाद रंजीत मंडल ने अस्पताल में भर्ती कराया था. आपातकालीन कक्ष में ड्यूटी पर कार्यरत डॉ अभिरंजन कुमार रजक ने मरीज की जांच कर उसे मृत बताया. इस पर परिजन भड़क गये और हंगामा करना शुरू कर दिया. चिकित्सक के साथ हाथापाई भी करने लगे. इस बीच रंजीत मंडल ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन को तोड़ दिया. प्रभारी उपाधीक्षक ने तारापुर पुलिस से रंजीत मंडल पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है. चर्चा है कि डॉ अभिरंजन ने जीवन ज्योति हेल्थ केयर सेंटर पर शकुंतला देवी का इलाज किया था. जिस समय उन्होंने इलाज किया उस समय वे सरकारी ड्यूटी पर थे. आपातकालीन ड्यूटी पर रहने के बावजूद गैर निबंधित निजी अस्पताल में मरीज का इलाज डॉ अभिजीत ने कैसे किया. इस दौरान मरीज की मौत होने के बाद पुनः अस्पताल जाकर ड्यूटी करने लगे. वहीं परिजन का कहना है कि मरीज की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा हुआ था. लोगों का कहना है कि घटना के चार दिनों बाद प्राथमिकी दर्ज कराना कहीं न कहीं चिकित्सक को बचाने का प्रयास है, जो जांच का विषय है. इधर प्रभारी उपाधीक्षक डॉ बिन्दु कुमारी ने बताया कि मृतक के परिजन द्वारा अबतक डाॅ अभिरंजन कुमार के विरुद्व कोई आवेदन नहीं दिया गया है. वहीं राजद नेता मंटु यादव, लोजपा आर के मिथिलेश कुमार सिंह, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अरुण यादव ने घटना पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
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