रविवार की रात सदर अस्पताल में ठंड से एक 60 वर्षीय वृद्ध की मौत
मुंगेर. जिले में ठंड का कहर अब जानलेवा बन गया है. रविवार की देर रात सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के सामने पेड़ के नीचे ठंड के कारण जहां एक 60 वर्षीय वृद्ध मरीज की मौत हो गयी. वहीं पिछले तीन दिनों से धूप की लुका-छिपी के बीच कोहरे ने वाहनों के रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है. हाल यह है की ठंड के कारण लोग सुबह सैर पर भी नहीं निकल पा रहे हैं. ऐसे में अब स्कूलों के समय का परिवर्तन भी कर दिया गया है. मौसम विभाग की मानें तो ठंड के सीतम से अभी राहत नहीं मिलने वाली है. 60 वर्षीय वृद्ध की मौत मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहनै है कि वृद्ध मरीज को 4 जनवरी को ही पैरालाइसिस तथा चमकी उठने पर पुरूष वार्ड में भर्ती किया गया था, जहां उसका इलाज चल रहा था. रविवार की रात वह कब ठंड में इमरजेंसी वार्ड के सामने बने पेड़ के नीचे चला गया, इसकी जानकारी किसी को नहीं थी. इस बीच सुबह उसका शव अस्पताल के कर्मियों द्वारा पेड़ के नीचे देखा गया. जिसके बाद इसकी सूचना वृद्ध के परिजनों को दी गयी, जो शव लेकर चले गये.कोहरे ने कारण सड़कों पर कम दिखे वाहन
ठंड और शीतलहर के बीच कोहरे ने भी वाहनों के रफ्तार पर ब्रेक लगा दी है. हलांकि दो दिनों से सुबह 10 बजे के बाद हल्की धूप निकल रही है, लेकिन सुबह कोहरे के कारण घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. हाल यह है कि लोग सुबह अब सैर पर नहीं निकल पा रहे है. शीतलहर के कारण सुबह जहां पार्क और सड़कें लगभग खाली दिख रही हैं. वहीं शाम 5 बजे के बाद ही लोग घरों में दुबक जा रहे हैं. इस बीच शीतलहर के कारण स्कूलों के समय में भी परिवर्तन कर दिया गया है. शाम होते ही सड़कों पर भीड़ कम हो जा रही है.6 से 7 डिग्री पहुंचा मुंगेर का न्यूनतम तापमान
मुंगेर में एक जनवरी से ही जहां अधिकतम तापमान 17 से 20 डिग्री सेल्सियस हो गया है. वहीं न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री तक पहुंच गया है. जिस पर पूस माह में 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही पूरबा हवा लोगों को परेशान कर रही है. मौसम विभाग की मानें तो अभी ठंड के सितम से राहत नहीं मिलने वाली है. मौसम विभाग के एडवाजरी के अनुसार 9 जनवरी तक हल्के बादल एवं मौसम शुष्क रहने का अनुमान है. जबकि सुबह एवं शाम के समय हल्के से मध्यम कुहासा रहेगा. अधिकतम तापमान 19 से 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6 से 9 डिग्री सेल्सियस रहेगी. वहीं इस दौरान 10 से 12 किलोमीटर की रफ्तार से पूरबा हवा चलेगी.सड़कों पर नहीं दिख रही अलाव की व्यवस्था, कचरा जलाकर कट रही पूस की रात
मुंगेर. मुंगेर में शीतलहर के बीच ठंड अब जानलेवा बन गयी है, लेकिन शहर की सड़कों पर अबतक प्रशासनिक स्तर पर अलाव की व्यवस्था नहीं दिख रही है. जिसके कारण शहर के ई-रिक्शा चालक, मजदूर, आश्रय विहीन लोग सड़कों पर कचरा जलाकर ठंड से बचने की कोशिश में लगे हैं. हलांकि जिला प्रशासन और निगम प्रशासन अलाव की व्यवस्था किये जाने का दावा कर रही है, लेकिन इसकी हकीकत शहर की सड़कों पर कचरों के बीच ठंड से बचते लोगों को देखकर ही समझा जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है