मुंगेर. नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के चौक बाजार में 41.71 लाख की लागत से एक नंबर ट्रैफिक से मुर्गियाचक तक सड़क के दिनों किनारे फूटपाथ का निर्माण किया जा रहा है. स्थायी पक्की अतिक्रमण को हटा कर दोनों ओर जमीन समतल कर पेवर ब्लॉक बिछा कर फूटपाथ का निर्माण होना है. लेकिन संवेदक द्वारा स्थायी दुकानदारों के पक्की देहरी और सीढ़ी को छोड़ कर ही फूटपाथ का निर्माण शुरू कर दिया है. हद तो यह है पूराने नाला रहने के बावजूद बगल में ही एक अलग से बॉक्स नाला का निर्माण किया जा रहा है. जिसके कारण बारिश के दिनों में जल निकासी की समस्या जटिल हो जायेगी और शहर में जलजमाव की स्थिति बनेगी.
41.71 लाख से बन रहे फूटपाथ से बढ़ेगी परेशानी
मुंगेर शहर का मुख्य बाजार एक नंबर ट्रैफिक से लेकर मुर्गियाचक तक 2524 फीट सड़क के दोनों किनारे फुटपाथ का निर्माण किया जा रहा है. सड़क के दोनों किनारे 6-6 फीट के फुटपाथ का निर्माण होना है. जिसका कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है. फूटपाथ निर्माण पर निगम प्रशासन 41.71 लाख रुपया खर्च कर रही है. इसका उद्देश्य है कि फूटपाथ से सभी प्रकार के अतिक्रमण को खत्म कर पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए पाथ का निर्माण. लेकिन जिस प्रकार से फूटपाथ बनाया जा रहा है, उससे आने वाले समय में न सिर्फ स्थानीय दुकानदार बल्कि आम लोगों की परेशानी भी बढ़ने वाली है.
न टूटा देहरी और न ही सीढ़ी, बन रहा फूटपाथ
निगम प्रशासन के अनुसार सड़क के दोनों किनारे फुटपाथ का निर्माण किया जाना है. सड़क के एक तरफ के फुटपाथ की चौड़ाई छह फीट की होगी. फुटपाथ निर्माण में जो भी बाधा फुटपाथ पर मिलेगी उसे तत्काल हटाया जायेगा. जिन गृहस्वामियों एवं दुकानदारों ने फुटपाथ का अतिक्रमण कर किसी प्रकार का अवैध निर्माण उस पर कराया है, तो उसे भी तोड़ा जायेगा. मुख्य बाजार के एक नंबर ट्रैफिक से लेकर मुर्गियाचक तक के फुटपाथ को दुकानदारों ने अतिक्रमित कर रखा है और उस पर अवैध पक्का देहरी व सीढ़ी निर्माण करा रखा है. जिसे तोड़ कर समतल करते हुए उस पर पेवर ब्लॉक बिछाया जाना है. लेकिन यहां न तो देहरी टूटी, न ही सीढ़ी और फूटपाथ का निर्माण शुरू कर दिया. निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की मानें तो देहरी व सीढ़ी तोड़ने में विवाद होगा, इसलिए बिना इसे तोड़े ही पेवरब्लॉक बिछा कर निर्माण किया जायेगा.
बारिश में जलजमाव की समस्या होगी उत्पन्न
शहर के मुख्य सड़कों पर जल जमाव की स्थिति से बचने के लिए पहले से ही दोनों ओर नाला बना हुआ है. लेकिन संवेदक द्वारा पुन: सड़क के दोनों ओर फूटपाथ बनाने से पहले बॉक्स नाला का निर्माण कराया जा रहा है. जिसके कारण आने वाले समय में बारिश के दिनों के शहर में जलजमाव की समस्या बिकराल हो जायेगी. क्योंकि पहले से बने नालों के माध्यम से अब तक बारिश का पानी निकल जाती थी. लेकिन बॉक्स नाला में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गयी है कि बारिश का पानी उसमें पहुंचे. यह भी व्यवस्था है नहीं है कि पूराने नालों में सड़क पर जमा पानी पहुंच कर निकल सके. अगर जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं हुई तो आने वाले समय में इस मुख्य सड़क पर जलजमाव की समस्या राहगीरों की यात्रा को मुश्किल बना देेंगी.
कहते हैं प्रभारी नगर आयुक्त
प्रभारी नगर आयुक्त कुमार अभिषेक ने बताया कि 41.71 लाख की लागत से सड़क के दोनों किनारे 6-6 फीट फुटपाथ बनाने का कार्य किया जा रहा है. इस दौरान देहरी और सीढी बाधक बनती है तो उसे तोड़ा जाना है. अगर ऐसा नहीं किया जा रहा है तो उसकी जांच करायी जायेगी. इस मुख्य सड़क पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए अभियंताओं की टीम बन रहे नालों का निरीक्षण कर उचित प्रबंधन करायेगी. ताकि बारिश का पानी आसानी से नालों के माध्यम से निकल सके.
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