अपराधी व भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंगेर के एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने चार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया है. वहीं वर्षों से फरार चल रहे दो पुलिसकर्मियों की भी सेवा समाप्त कर दी गयी है. जिन पुलिसकर्मियों की सेवा समाप्त की गयी है, उसमें दो हवलदार व चार सिपाही शामिल हैं. इस कार्रवाई से मुंगेर के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.
मिली जानकारी के अनुसार मुंगेर जिला बल में शामिल हवलदार जयप्रकाश, मनोज कुमार साह, सिपाही संख्या 203 बलजीत कुमार सिंह एवं सिपाही संख्या 561 लाल बाबु ठाकुर को पुलिस अधीक्षक ने बर्खास्त कर दिया. इनपर भ्रष्टाचार एवं अपराध में संलिप्त रहने का आरोप था. इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही थी. विभागीय कार्रवाई के दौरान इन लोगों पर आरोप सिद्ध होने के बाद एसपी ने सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई की. जबकि सिपाही संख्या 220 प्रदीप कुमार साह व 113 सुनील पासवान को भी सेवा से हटा दिया. उन पर आरोप है कि वे कई वर्षों से बिना सूचना के फरार हैं.
जिला बल में शामिल हवलदार जय प्रकाश एवं सिपाही संख्या बलजीत कुमार पर रिश्वत लेने का आरोप था. बताया जाता है कि दोनों सफियासराय के पास वाहनों से पैसा वसूल रहे थे. जबकि कुछ अन्य लोगों से रिश्वत ली थी. इसके कारण उस समय दोनों को निलंबित कर दिया गया था और दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही थी. जबकि सिपाही संख्या 561 लालबाबू ठाकुर पर मुंगेर जेल में बंद कैदियों को मोबाइल पहुंचाने का आरोप था.
बताया जाता है कि वर्ष 2015 में जिला बल के जवान लालबाबू ठाकुर जेल में बंद कैदी को मोबाइल पहुंचाते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किये गये थे, जो जेल में बंद शातिर अपराधी रवि शर्मा को न्यायालय में उपस्थापन के दौरान मोबाइल उपलब्ध करा रहा था. जबकि हवलदार मनोज कुमार साह पर आरोप है कि उसने एक ट्रक को अगवा कर लिया था. जबकि ड्राइवर का अपहरण कर जंगल में छिपा दिया था. उसने खड़गपुर थाना में पदस्थापन के दौरान इस घटना को अंजाम दिया था.
अपराध और भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद इन पुलिसकर्मी पर विभागीय प्रोसिडिंग चली. जब विभागीय कार्रवाई में इन लोगों को दोषी ठहराया गया तो पुलिस अधीक्षक ने इन पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है.
एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि अपराध व भ्रष्टाचार में संलिप्त चार पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई में आरोप सिद्ध हुआ था. इसके कारण चारों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. जबकि दो पुलिसकर्मी वर्षों से फरार चल रहे थे, जिन सबों को बर्खास्त कर दिया गया है.
Posted By: Thakur Shaktilochan