प्रतिनिधि, मुंगेर. गंगा के जलस्तर में लगातार गिरावट दर्ज किया जा रहा है. 24 घंटे में 10 सेंटीमीटर पानी घटा है. इस कारण बाढ़ का पानी गांव, घर व खेतों से लौटना शुरू हो गया है, लेकिन बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं में फिलहाल कोई कमी नहीं आयी है. अभी भी उनके समक्ष घर वापसी व रोजी-रोटी की समस्या बनी हुई है. जो खानाबदोश की तरह जिंदगी जीने को विवश है.
24 घंटे में 10 सेंटीमीटर घटा गंगा का जलस्तर
गंगा के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 10 सेंटीमीटर की कमी हुई है. गुरुवार की शाम 6 बजे गंगा का जलस्तर 38.75 मीटर पर था. जो शुक्रवार की शाम 38.65 मीटर पर पहुंच गया. गंगा के जलस्तर में गिरावट जारी है. विदित हो कि मुंगेर में दुबारा गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल 38.33 को पार कर गया था. जो अब भी मुंगेर में 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. केंद्रीय जल आयोग की माने तो गंगा के जलस्तर में गिरावट जारी रहेगा. एक-दो दिनों में गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल से नीचे चली जायेगी.
नहीं कम हुई बाढ़ पीड़ितों की पीड़ा, घर वापसी की सता रही चिंता
बाढ़ का पानी भले ही वापस लौटने लगी है, लेकिन बाढ़ से विस्थापित परिवारों को इससे राहत नहीं मिलने वाली है. जो आज भी समस्याओं के बोझ तले दबे है. जिंदगी जीने के लिए अन्य सामान की खरीदारी पर बाढ़ पीड़ितों को स्वयं खर्च करनी पड़ रही है. जरूरतों को पूरा करने के लिए बाढ़ पीड़ित अपने साथ लाये गये बकरी, पाठा-पाठी व खस्सी तक को बेचने लगे है. एक और जहां बाढ़ पीड़ितों को घर वापसी की चिंता सता रही है, वहीं दूसरी ओर बच्चों की पढ़ाई की चिंता उन्हें सता रही है. पुन: गृहस्थी बसाने के साथ ही रोजी-रोटी के जुगाड़ की चिंता उन्हें सता रही है.
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