Ganga Level Rises: गंगा का जलस्तर बुधवार की सुबह 10 बजे से 38.80 पर स्थिर है, लेकिन बाढ़ की स्थिति जस की तस बनी हुई. क्योंकि बाढ़ का पानी दियारा क्षेत्र के गांवों व खेतों के अलावे करारी क्षेत्रों में फैला हुआ है. इस कारण ग्रामीण पूरी दहशत में है. जो अपने मवेशियों को लेकर सूखे और ऊंचे स्थानों के लिए आज भी पलायन कर रहे है, जबकि कई दिनों से खेतों में पानी जमा रहने से फसलों की बर्बादी शुरू हो गयी है. स्थिति यह है कि दियारा क्षेत्र में पड़ने वाले पंचायतों के आवागमन का एक मात्र विकल्प नाव है. ग्रामीण पानी के बीच घिरे हैं और जैसे-तैसे अपनी जिंदगी गुजर-बसर कर रहे है.
Ganga Level Rises: 38.80 मीटर पर स्थित हुआ है गंगा का जलस्तर
केंद्रीय जल आयोग से मिली रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार की शाम 6 बजे से रात के 9 बजे तक 38.75 पर गंगा का जलस्तर स्थिर था, लेकिन मंगलवार की रात धीरे-धीरे बढ़ना शुरू हुआ और बुधवार की सुबह 38.80 पर पहुंच गया. जो बुधवार को जस-तस की है. वर्तमान में गंगा का जलस्तर 38.80 पर स्थिर है. जो वार्निंग लेवल 38.33 मीटर से 47 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. जबकि डेंजर लेवल 39.33 मीटर से मात्र 53 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. जानकारी के अनुसार इलाहाबाद से लेकर पटना तक में पानी घटना शुरू हो गया हैं. संभावना व्यक्त की जा रही है कि गुरुवार से मुंगेर में भी पानी घटना शुरू हो जायेगा.
Ganga Level Rises: चारों ओर फैला है बाढ़ का पानी, संकट में लोग
बाढ़ का पानी दियारा क्षेत्र की पांच पंचायतों में प्रवेश कर गया है. वहीं सभी पंचायतों का संपर्क भंग हो गया है. ग्रामीणों के आवागमन के लिए प्रशासनिक स्तर पर आधा दर्जन नाव मुंगेर सदर व बरियारपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित दियारा क्षेत्र में चलाया जा रहा है. जबकि जमालपुर, असरगंज एवं हवेली खड़गुपर तथा बरियारपुर के करारी क्षेत्र में भी पानी का फैलाव हो चुका है. इस कारण कई गांव पानी से घिर गया है. हालांकि, यहां पर पानी इतना नहीं है कि लोगों के लिए नाव की व्यवस्था की जाये. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चारों और बाढ़ का पानी फैला हुआ है. इस कारण उन क्षेत्रों के लोगों की जान संकट में फंसी हुई है. जाफरनगर, टीकारामपुर व कुतलुपुर में कई विद्यालय व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में भी पानी घुसा हुआ है.
Ganga Level Rises: बाढ़ के पानी में डूबे फसलों की बर्बादी शुरू
बरियारपुर एवं सदर प्रखंड के दियारा क्षेत्र के हजारों एकड़ खेतों में बाढ़ का पानी घूस गया है. पिछले तीन-चार दिनों से खेतों में लगे फसलों को अपनी चपेट में ले रखा है. इस कारण खेतों में लगे मकई, खैरी, लड़कटिया फसल गलने लगी है. जबकि परवल, नेनुआ, कद्दू व करेला का लत्तर पानी में डूब कर बर्बाद हो चुका है. इधर बरियारपुर के रतनपुर चौर, खड़गपुर के नाकी, अग्रहण पंचयात के खेत और असरगंज के अमैया व चोरगांव पंचायत के खेतों में बाढ़ का पानी घुसने से धान की फसल डूब गयी है. जो अब गलने लगी है.
Ganga Level Rises: भदौरा गांव के घरों में घूसा पानी, संपर्क पथ हुआ भंग
हवेली खड़गपुर. प्रखंड के बाढ़ प्रभावित कृष्णा नगर, भदौरा, कुराबा, अग्रहण, मंझगांय, लक्ष्मण टोला, सठबिग्घी, बिलिया, जागीर गांव में चारों तरफ बाढ़ का पानी फैल चुका है. खड़गपुर प्रखंड का बाढ़ ग्रस्त इलाका पूरी तरह जलमग्न हैं और लोग परेशान हैं. मंझगांय गांव के रामगुलाम सिंह और भदौरा गांव के लक्ष्मण कुमार ने बताया बाढ़ के पानी से गांव के कई टोले की सड़क और घरों में पानी प्रवेश कर गया है. भदौरा गांव में पंचायत सरकार भवन और वहां तक पहुंचने वाली सड़क पानी से लबालब भरा हुआ है. मध्य विद्यालय भी बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है. कृष्णा नगर के समीप बाढ़ का पानी बदबू देने लगा है. जिससे सड़क मार्ग से गुजरने वाले लोग परेशान दिख रहे हैं. इन बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में चारों तरफ जल प्रलय की स्थिति के बीच बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के लोगों के साथ किसान और मवेशी पालकों को काफी मुश्किल के दौर से गुजरना पड़ रहा है. इधर, अग्रहण पंचायत के मंझगाय से सठबिग्घी को जोड़ने वाले सड़क पर बाढ़ का पानी आने से इस मार्ग से लोगों के आवागमन पर काफी असर पड़ा है. प्रभावित गांवों में धान की फसल पूरी तरह डूब गया है.