मुंगेर.
शारदीय नवरात्र गुरुवार से शुरू होगा. मुंगेर में शारदीय नवरात्र के दौरान मां चंडिका के दर्शन को लेकर नौ दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ शक्तिपीठ चंडिका स्थान में लगी रहती है. ऐसे में भले ही चंडिका स्थान न्यास समिति और जिला प्रशासन द्वारा नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं के लिए मां चंडिका के दर्शन को लेकर तैयारियों का दावा किया जा रहा है, लेकिन इस नवरात्र श्रद्धालुओं के लिए मां चंडिका का दर्शन करना काफी कष्टप्रद होगा. क्योकि गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद चंडिका स्थान के गर्भगृह में पुन: पानी प्रवेश कर गया है. इस साल गर्भगृह में बाढ़ का पानी होने के कारण श्रद्धालुओं को मंदिर के मुख्य गेट पर ही पूजा करनी होगी. हालांकि मंदिर न्यास समिति द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गेट पर एलसीडी स्क्रीन लगायी जा रही है, जिस पर श्रद्धालु मां चंडिका के स्वरूप का दर्शन कर पायेंगे. लेकिन इस बीच श्रद्धालुओं के लिए सबसे बड़ी मुसीबत मंदिर तक पहुंचना होगा. बता दें कि सीवरेज कार्य को लेकर चंडिका स्थान की मुख्य सड़क नगर निगम की एजेंसी द्वारा खोद दी गयी गयी. सड़क के रिस्टोरेशन के नाम पर केवल खानापूर्ति कर छोड़ दिया गया. इस कारण अब बासुदेवपुर चौक से मां चंडिका मंदिर की मुख्य सड़क पूरी तरह जर्जर और पथरीली हो चुकी है. इसपर वाहनों का चलना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में पैदल मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर तक की यात्रा काफी कष्टप्रद होने वाली है. नवरात्र आरंभ होने तक जिला प्रशासन और निगम प्रशासन द्वारा चंडिका स्थान मुख्य सड़क मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए दुरुस्त करने को लेकर कोई कार्य नहीं किया गया है. इतना ही नहीं यदि नवरात्र के दौरान बारिश होती है तो इस सड़क पर पैदल श्रद्धालुओं के लिए चलना और कठिन होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है