क्रांति दिवस पर सपाइयों ने दिया धरना, जमकर निकाले भड़ास, प्रतिनिधि, मुंगेर. जिले में व्याप्त अराजकता व जन समस्याओं को लेकर सपाइयों ने क्रांति दिवस पर शुक्रवार को शहीद स्मारक के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया. उसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष पप्पू यादव ने की. सपाइयों ने बढ़ती महंगाई, आरक्षण, जिले में बढ़ते अपराध, विद्युत की अनियमित आपूर्ति, वासगीत पर्चा, सदर अस्पताल की कुव्यवस्था, प्रशासनिक अधिकारियों की लाल फीताशाही, पुलिसिया जुल्म, अंचल व प्रखंड कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार सहित स्थानीय मुद्दों पर सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाले. जिलाध्यक्ष ने कहा कि जनता की मूलभूत समस्याओं को दरकिनार कर थोथडी दलीलें देने वाली भाजपा-जदयू की सरकार में अधिकारी और माफिया की समानांतर सरकार चल रही है. अपराध चरम पर है. प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी सत्ता पक्ष के दलाल और ठेकेदारों के गिरफ्त में है. स्वास्थ्य सेवा बदहाल है. सड़कें आम लोगों के जीवन को लिलने के लिए तैयार है और ढपोरसंखी नेता कह रहे हैं कि सुशासन की सरकार है. सरकार और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जन समस्याओं पर सरकार नहीं चेती तो परिणाम चाहे जो हो हम सपाई समाहरणालय से लेकर प्रखंड व अंचल कार्यालय में तालाबंदी करेंगे. धरना के उपरांत एक शिष्टमंड राष्ट्रपति के नाम आयुक्त मुंगेर प्रमंडल के कार्यालय में एक ज्ञापन सौपा. इसमें बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने, आरक्षण से छेड़छाड़ पर रोक लगाने, बिहार में जातीय जनगणना के बाद 65 प्रतिशत आरक्षण के संशोधन को संविधान की नौवीं सूचना में शामिल करने, जिले में बिगड़ती विधि-व्यवस्था, व्याप्त अराजकता पर रोक लगाने, बिजली आपूर्ति में सुधार करने, भूमिहीनों को बासगीत पर्चा देने, पुलिस-भूमाफिया व दलालों के गठजोड़ पर रोक लगाने, नर्सिंग होम व जांच घर पर कार्रवाई करने सहित अन्य मांग शामिल था. धरना पर मनोज कुमार मधुकर, रामनाथ राय, मिथिलेश यादव, नकुल यादव, मो आजम, अमर शक्ति, सुरेश यादव सहित अन्य मौजूद थे.
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