हार्डकोर महिला नक्सली सबिता गिरफ्तार, पहचान छिपा कर जटातरी गांव में ले रखी थी शरण

एसटीएफ व पुलिस ने हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के जटातरी गांव से हार्डकोर महिला नक्सली सबिता कोड़ा को गिरफ्तार किया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 28, 2025 8:29 PM

1 जनवरी 2008 में ऋषिकुंड में हुए चार सैफ जवान हत्याकांड में किया था लीड

मुंगेर/हवेली खड़गपुर. एसटीएफ एवं मुंगेर पुलिस ने मंगलवार को संयुक्त कार्रवाई में हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के जटातरी गांव से हार्डकोर महिला नक्सली सबिता कोड़ा उर्फ सबिया कोड़ा उर्फ लगती देवी को गिरफ्तार किया. जो अपना नाम और पहचान छिपा कर दूसरे पति के साथ जटातरी गांव में रह रही थी. जो वर्तमान समय में नक्सलियों को मदद कर रही थी.

खड़गपुर एसडीपीओ चंदन कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना पर जटातरी गांव में छापेमारी कर नक्सली सबिता कोड़ा को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार महिला नक्सली पर थाना कांड संख्या-201/20 दर्ज है. जो हरकुंडा में हुए पुलिस मुठभेड़ में शामिल थी. जिसमें कई नक्सलियों को नामजद किया गया था. उसमें सबिता कोड़ा भी नामजद थी. गिरफ्तार नक्सली सबिता कोड़ा मूल रूप से जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र के चोरमारा की रहने वाली है. जो अपना नाम व पहचान छिपा कर जटातरी गांव निवासी जागेश्वर कोड़ा से शादी कर जटातरी गांव में ही शरण ले रखी थी. बताया जाता है कि वह अभी भी नक्सली संगठन से जुड़ कर नक्सलियों को सहयोग कर रही है. नक्सलियों को छिप कर रहने में वह सहयोग करती है. छापेमारी में एसटीएफ, अभियान और हवेली खड़गपुर थाना पुलिस की टीम शामिल थी.

बताया जाता है कि 1 जनवरी 2008 में प्रसिद्ध ऋषिकुंड में नक्सलियों ने हमला कर चार सैफ जवान की हत्या कर दी थी. हत्या करने के वाद सैफ जवान का हथियार भी लूट कर ले भागा था. इस हत्याकांड में सबिता कोड़ा लीड रोल में थी. सिर्फ खड़गपुर थाना में कांड संख्या 01/08, कांड संख्या 93/08, कांड संख्या 40/14 एवं कांड संख्या 201/20 दर्ज है. इसके अलावे लखीसराय व जमुई में इन पर नक्सली वारदात में शामिल होने का मामला दर्ज है. जिसका इतिहास खंगाला जा रहा है.

2007 में नक्सली संगठन में ली थी एंट्री, छिपा रखा था नाम व पहचान

बताया जाता है कि जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र के चोरगांव नक्सलियों का गढ़ था. वर्ष 2007 में वह नक्सली संगठन के एक पॉलटिकल नेता के संपर्क में आकर उसने नक्सली संगठन में एंट्री ली थी, उस समय वह कुंवारी थी. वह बड़े नक्सली लीडर बालेश्वर कोड़ा, अरविंद यादव सहित कईयों के साथ रह कर बड़े-बड़े नक्सली वारदात को अंजाम दे चुकी है. उसने लखीसराय जिले के पहाड़ की तड़ाई में बसे हदहदिया गांव निवासी प्रकाश कोड़ा से शादी की थी. लेकिन कुछ वर्ष उसके साथ रहने के बाद उसने पहले पति को छोड़ दिया. जिसके बाद उसने मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के जटातरी गांव निवासी जागेश्वर कोड़ा से शादी कर ली. जबकि जागेश्वर कोड़ा पहले से शादीशुदा है. उसने अपना नाम व पहचान तक छिपा रखा था. आधार कार्ड उसने लगती देवी के नाम से बना रखा था.

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