प्रतिनिधि, जमालपुर
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमालपुर के कांट्रेक्चुअल स्वास्थ्य कर्मियों के 7 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से यहां स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. बताया गया कि हड़ताल पर गए कांट्रेक्चुअल स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा फेस अटेंडेंस सिस्टम हटाने और समान काम के बदले समान वेतन की मांग किया जा रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमालपुर के अंतर्गत संविदा पर काम करने वाले एएनएम और सीएचओ की संख्या 34 है और सभी के सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग भले ही कांट्रेक्चुअल स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पर कोई असर नहीं पढ़ने का दावा कर रहा हो, परंतु हकीकत यह है कि उनके हड़ताल पर जाने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य व्यवस्था इन्हीं कांट्रेक्चुअल स्वास्थ्य कर्मियों पर निर्भर करता था. बताया गया कि कांट्रेक्चुअल एएनएम के हड़ताल पर जाने के कारण नियमित टीकाकरण एचडब्ल्यूसी पोर्टल पर एंट्री ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति के कार्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. हड़ताल पर गए स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि वे लोग नियमित स्वास्थ्य कर्मी के बराबर ही कार्य करते हैं, फिर दोनों के वेतन में बड़ा अंतर क्यों है. इन स्वास्थ्य कर्मियों का यह भी कहना है कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में काम करने के दौरान उन्हें मूलभूत सुविधा भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार सुमन ने बताया कि कांट्रेक्चुअल स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से व्यवस्था में थोड़ी परेशानी हुई है. इसको लेकर नियमित स्वास्थ्य कर्मियों से काम लिया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है