प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय में आउटसोर्स एजेंसी एलिट फाल्कन के माध्यम से लगभग 70 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. इन कर्मियों को विगत करीब दो वर्षों से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. हालांकि, इन आटउसोर्स कर्मियों के विरोध जताने व आंदोलन की राह अपनाने की चर्चा के बीच उन्हें तीन बार अग्रधन की राशि भुगतान कर कार्य ठप नहीं होने दिया गया. ऐसे में नियमित रूप से मानदेय नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है. पूर्व कुलपति प्रो. श्यामा राय के कार्यकाल के अंतिम दिनों में आउटसोर्स कर्मी काम को ठप करते हुए धरना पर बैठे थे. उस समय अधिकारियों ने उन्हें यह कह कर मनाया था कि अगले कुलपति के आते ही उन्हें मानदेय की राशि का भुगतान कर दिया जायेगा. हालांकि इस बीच यह भी मामला चर्चा में आया कि विश्वविद्यालय जिस दर से आउटसोर्स एजेंसी को राशि का भुगतान करता है, उससे बहुत ही कम राशि एजेंसी कर्मियों को भुगतान करती है. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने एजेंसी पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया तथा कहा कि उन्हें जितनी राशि का भुगतान किया जाता है, वे उसके सही अनुपात में ही कर्मियों को मानदेय देंगे. इधर लंबे चले खींचतान के बीच आउटसोर्स एजेंसी बकाया राशि भुगतान कराने के लिए पटना उच्च न्यायालय के शरण में चला गया. इधर, अब विश्वविद्यालय प्रशासन उनके मानदेय भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी है. शीघ्र ही आउटसोर्स एजेंसी को कर्मचारियों की सात महीने के मानदेय की राशि जारी कर दी जायेगी.
मानदेय की राशि शीघ्र होगी जारी
आउटसोर्स कर्मियों के मानदेय की राशि शीघ्र जारी की जायेगी. इसकी प्रक्रिया चल रही है. इसमें उन्हें अग्रधन के रूप में दी गयी राशि राशि की कटौती कर भुगतान किया जायेगा. अगले तीन-चार दिनों में भुगतान की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जायेगा.
– कर्नल विजय कुमार ठाकुर, कुलसचिवB
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