खड़गपुर : उज्जवला योजना के लाभार्थियों को गैस सिलेंडर मुफ्त में देने की घोषणा के बाद सोमवार को गैस एजेंसी ऑफिस पर उपभोक्ताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया. कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉक डाउन के बीच सरकार ने घोषणा की है कि लाभार्थियों को तीन महीने तक सिलेंडर मुफ्त में दी जाएगी. इसके लिए सभी उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर का निबंधन जरूरी है. शहर के गैस एजेंसी ऑफिस का दृश्य चौंकाने वाला है. गैस एजेंसी के कार्यालय पर महिलाओं की अधिक भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही. महिलाएं एक दूसरे से सट कर खड़ी अपना कागजात जमा करने के लिए आपाधापी कर रही थी. कई महिलाओं ने बताया कि कई दिनों से सुबह ही भूखे प्यासे आना पड़ता है. एजेंसी वाले कर्मी कागजात में कमी बताकर टरका देते हैं. एजेंसी पर एक खिड़की के सहारे लाभार्थी से कागजात लिया जा रहा है. इसके कारण महिलाओं के बीच अफरा-तफरी का माहौल है.
क्या कहते हैं लाभार्थी
लाभार्थी रेखा देवी का कहना है कि सभी कागजात पूर्व में ही जमा है. अब फिर कागजात की मांग की जा रही है. कविता देवी का कहना है मोबाइल नंबर दिया गया है. फिर भी कहा जा रहा है कि दूसरा नंबर चाहिए. मेरे पास मात्र एक ही मोबाइल नंबर है. आयशा खातून ने कहा कि दो दिनों से कागजात जमा करने पहुंच रही हूं. सुबह ही घर से भूखे प्यासे यहां पहुंची तो पहले से ही भारी भीड़ के कारण कागज नहीं लिया जा रहा है. शगुन देवी का कहना है कि जब सभी कागजात है तो फिर क्यों हम लोगों को दौड़ाया जा रहा है. सरकार को इसका भी निदान करना चाहिए. पिंकी देवी का कहना है कि प्रशासन व एजेंसी मालिक को सभी के घर-घर जाकर यह सुविधा देनी चाहिए. कोरोनावायरस के बीच इतनी भीड़ में डर लगता है. ताकि लाभ से वंचित न होना पड़े. इसलिए एजेंसी पर आना पड़ा. कहते हैं एसडीएम एसडीएम संजीव कुमार ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन का निर्देश दिया गया है. नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जायेगी. गैस की किल्लत नहीं है. लोगों को नियममानुसार लाइन में लगकर काम करना चाहिए.
एजेंसी वाले कर्मी कागजात में कमी बताकर टरका देते हैं. एजेंसी पर एक खिड़की के सहारे लाभार्थी से कागजात लिया जा रहा है. इसके कारण महिलाओं के बीच अफरा-तफरी का माहौल है. कहते हैं लाभार्थीलाभार्थी रेखा देवी का कहना है कि सभी कागजात पूर्व में ही जमा है. अब फिर कागजात की मांग की जा रही है. कविता देवी का कहना है मोबाइल नंबर दिया गया है. फिर भी कहा जा रहा है कि दूसरा नंबर चाहिए. मेरे पास मात्र एक ही मोबाइल नंबर है. आयशा खातून ने कहा कि दो दिनों से कागजात जमा करने पहुंच रही हूं. सुबह ही घर से भूखे प्यासे यहां पहुंची तो पहले से ही भारी भीड़ के कारण कागज नहीं लिया जा रहा है.
शगुन देवी का कहना है कि जब सभी कागजात है तो फिर क्यों हम लोगों को दौड़ाया जा रहा है. सरकार को इसका भी निदान करना चाहिए. पिंकी देवी का कहना है कि प्रशासन व एजेंसी मालिक को सभी के घर-घर जाकर यह सुविधा देनी चाहिए. कोरोनावायरस के बीच इतनी भीड़ में डर लगता है. ताकि लाभ से वंचित न होना पड़े. इसलिए एजेंसी पर आना पड़ा. कहते हैं एसडीएम एसडीएम संजीव कुमार ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन का निर्देश दिया गया है. नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जायेगी. गैस की किल्लत नहीं है. लोगों को नियममानुसार लाइन में लगकर काम करना चाहिए.