नल-जल योजना से खेतों की सिंचाई करने वालों को चिह्नित कर दर्ज करायें प्राथमिकी : आयुक्त
सिंचाई करने वालों को चिह्नित कर दर्ज करायें प्राथमिकी
ग्रामीण क्षेत्र में संचालित हर घर नल का जल योजना का प्रमंडलीय आयुक्त ने किया समीक्षा
मुंगेरभीषण गर्मी में उत्पन्न हुई पेयजल समस्या एवं हर घर नल का जल योजना का प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार सिंह ने मंगलवार को समीक्षा किया. जिसमें प्रमंडल के पीएचईडी विभाग के अधीक्षण अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता मुख्य रूप से मौजूद थे. आयुक्त ने निर्देश दिया कि हर हाल में पेयजलापूर्ति को सुनिश्चित रखने का काम करें. नल-जल योजना से खेतों की सिंचाई करने वालों को चिह्नित कर उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायें. ताकि लोगों को गर्मी में पानी के लिए परेशानी नहीं हो.
नल-जल योजना से खेतों में सिंचाई करने वालों दर्ज कराये प्राथमिकी
सभी टावरों का आइओडी डिवाइस से करें मॉनिटरिंग
आयुक्त ने कहा कि सभी टावरों का आइओडी डिवाइस से माॅनिटरिंग करें. परेशानी होने पर तत्काल उसे दूर करें. मुंगेर पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता अभिरंजन ने बताया कि विभाग के अधीन 800 योजना है और सभी क्रियान्वित हैं. अभियंताओं ने बताया कि माइनर समस्या का निजात 24 घंटे तथा मेजर समस्या का 72 घंटे के अंदर निदान कर लिया जाता है. बोरिंग के किसी भी समस्या का निदान तुरंत कर दिया जाता है. आयुक्त ने बताया कि कई जिलों से ऑपरेटर द्वारा पेय जलापूर्ति में अनियमितता बरती जा रही है, ऐसे ऑपरेटरों को चिह्नित कर कार्रवाई करें. बताया गया कि छूटे हुए टोला, वार्ड, बसावटों में नल-जल योजना के लिए टेंडर की प्रक्रिया की जा रही है. आयुक्त ने दो माह के अंतदर टेंडर, एकरारनामा एवं कार्यादेश देने का निर्देश दिया.विद्यालय में चापाकल कार्यरत करने का निर्देश
आयुक्त ने कहा कि विद्यालयों में पीएचईडी द्वारा चापाकल कार्यरत करने की भी व्यवस्था करें. विद्यालय द्वारा किये गये पेयजलापूर्ति के अतिरिक्त पीएचईडी विभाग द्वारा सभी विद्यालयों में चापाकल अवश्य संस्थापित कराएं. ताकि यदि बोरिंग खराब हो तो चापाकल से पानी की व्यवस्था होती रहे. क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक सह आयुक्त के सचिव को निर्देश दिया गया, कि वे सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी से रिपोर्ट प्राप्त करें, कि ऐसे प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों जो छूटे हुए हैं, जहां चापाकल कार्यरत नहीं है, उसकी सूची पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को उपलब्ध कराये. जिलों में संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पीएचईडी विभाग को कम से कम एक कनेक्शन पेयजल का लगाने का निर्देश दिया. 15 दिनों के अंदर शत प्रतिशत पेयजल आपूर्ति वहां सुनिश्चित करें.भू-जल स्तर की भी हुई समीक्षा
आयुक्त ने जिलावार भू-जल स्तर की जानकारी ली. बताया गया कि शेखपुरा में भू-जल स्तर 38 फीट है. वहीं खगड़िया का औसत भू- जल स्तर से 19 फीट, मुंगेर का 28 फीट, जमुई का 29 फीट, बेगूसराय का 24 तथा लखीसराय का 29 फीट औसत जल स्तर बताया गया. आयुक्त ने कहा कि शेखपुरा में जलस्तर की समस्या गंभीर प्रतीत हो रही है, इस लिए वहां पेय जलापूर्ति की समुचित व्यवस्था करें.अखबारों में प्रकाशित खबरों पर त्वरित करें कार्रवाई
आयुक्त ने कहा कि जल संकट लेकर विभिन्न समाचार पत्रों में आये दिन खबर प्रकाशित होती है. जिस पर संबंधित त्वरित कार्रवाई करें. जिलावार प्रेस कतरन का उल्लेख करते हुए पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता एवं कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि उक्त प्रेस कतरनों के आलोक में कृत कार्रवाई प्रतिवेदन एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है