साइबर फ्रॉड होने पर 1930 पर दर्ज करें शिकायत, गाढ़ी कमाई को फ्रॉड होने से बचायें
आधुनिकता का ऐसा दौर चला कि लोगों को सुविधाएं तो खूब मिली.
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए पुलिसकर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण हवेली खड़गपुर आधुनिकता के इस युग में लोग यह परिकल्पना भी नहीं की थी कि एक क्लिक में हजारों व लाखों रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफॉर्मर हो जायेगा. आधुनिकता का ऐसा दौर चला कि लोगों को सुविधाएं तो खूब मिली. लेकिन लोग साइबर ठगी के भी शिकार होने लगे. इसी साइबर क्राइम के प्रति पुलिसकर्मियों को जागरूक करने के लिए मंगलवार को खड़गपुर थाना परिसर में अनुमंडल क्षेत्र के पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया. खड़गपुर एसडीपीओ चंदन कुमार ने बताया कि बैंक कभी भी ओटीपी या एटीएम नंबर व पिन नहीं मांगती है. ऐसे में यदि आपको कोई भी व्यक्ति कॉल कर आपके बैंक संबंधी जानकारी को मांगता है तो उसे कदापि नहीं बतायें. लेकिन इसी जागरूकता के अभाव में लोग अपनी जानकारी शेयर कर देते हैं और साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि अगर भूलवश ओटीपी बता भी देते हैं तो इसकी शिकायत तुरंत 1930 नंम्बर पर दर्ज करायें. जिससे आप साइबर ठगी पर विराम लगा सकते हैं. शिकायत करने के बाद बैंकों के नोडल अधिकारी उपभाेक्ताओं द्वारा किये गये शिकायत के आधार पर खाते को फ्रिज करवा देता है और आपके बैंक खाते से फ्रॉड होना बंद हो जाता है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में पेटीएम, फोनपे, गूगल पे, एटीएम व क्रेडिट कार्ड सहित अन्य एप के माध्यम से ट्रांजेक्शन हो रहा है. जिसके कारण साइबर ठगों को मौका मिल जाता है और गलत लिंक मोबाइल पर भेज देता है और लिंक पर क्लिक करने पर आपके बैंक खाते से पैसा गायब होना शुरू हो जाता है. इससे बचने की जरूरत है. वहीं आईसीआईसी प्रूडेंशियल पटना शाखा के सीनियर मैनेजर राणा विशाल ने भी साइबर फ्रॉड से बचने के कई उपाय बताये. मौके पर अंचल निरीक्षक अरविंद कुमार, प्रभारी थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह, गंगटा थानाध्यक्ष राहुल कुमार, एसआई मनोज कुमार, रामबाबू कुंवर, कंचन यादव, प्रीतम कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है