सुरक्षित प्रसव को लेकर मुंगेर सदर अस्पताल पर बढ़ रहा आमजनों का भरोसा
साल 2024 भले ही स्वास्थ्य विभाग के लिये अधिक उपलब्धियों वाला नहीं रहा, लेकिन बीते साल में मुंगेर सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में जिस प्रकार से सुरक्षित प्रसव को लेकर सुविधाएं बढ़ी हैं.
2024 के 12 माह में 6,186 कराया गया सिजेरियन व सामान्य प्रसव, पूरे साल में 3,146 बालक व 3,040 बालिकाओं ने लिया जन्म, प्रतिनिधि, मुंगेर. साल 2024 भले ही स्वास्थ्य विभाग के लिये अधिक उपलब्धियों वाला नहीं रहा, लेकिन बीते साल में मुंगेर सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में जिस प्रकार से सुरक्षित प्रसव को लेकर सुविधाएं बढ़ी हैं. उससे अब अस्पताल के प्रसव केंद्र पर आमजनों का भरोसा बढ़ गया है. अब केवल गरीब ही नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से संपन्न परिवार के लोग भी अपने गर्भवतियों का प्रसव सदर अस्पताल में ही करा रहे है. अस्पताल के प्रसव में किस प्रकार से सुरक्षित प्रसव की सुविधा मिल रही है. इसका अंदाजा केवल इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2024 के 12 माह में प्रसव केंद्र में 6,186 सिजेरियन व सामान्य प्रसव कराया गया. इसमें केवल एक प्रसूता की मौत हुई थी.
पूरे साल में 6,186 गर्भवतियों का कराया गया सुरक्षित प्रसव
सदर अस्पताल के अन्य वार्ड भले ही चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे हैं, लेकिन प्रसव केंद्र में पर्याप्त विशेषज्ञ महिला चिकित्सक और सर्जन की देखरेख में जिले की गर्भवतियों को सुरक्षित प्रसव का लाभ दिया जा रहा है. इसके अतिरिक्त प्रशिक्षित परिचारिकाओं और स्वास्थ्य विभाग की लगातार मॉनिटरिंग के कारण प्रसव केंद्र में सुरक्षित प्रसव का दर भी 99.9 प्रतिशत हो गया है. इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि साल 2024 में कुल 6,186 गर्भवतियों का सुरक्षित प्रसव कराया गया है. हालांकि, पूरे साल में केवल एक प्रसूता की मौत हुई है. जिसका कारण भी अत्यधिक रक्तस्त्राव था.
अस्पताल में बढ़ा लैंगिक समान अनुपात
स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रबंधन के प्रयास के कारण प्रसव केंद्र में जहां 99.9 प्रतिशत सुरक्षित प्रसव की सुविधा दी जा रही है. वहीं अस्पताल में अब लैंगिक समान अनुपात भी बढ़ा है. अस्पताल में कुल 3,146 बालक का जन्म हुआ. वहीं इस दौरान 3,040 बालिकाओं का जन्म हुआ. वहीं अस्पताल में मुख्यमंत्री बाल जननी सुरक्षा के तहत प्रसव के 24 घंटे बाद ही लाभुकों को निर्धारित राशि तक खाते में भेज दिया जा रहा है.
संपन्न परिवार के लोग भी पहुंच रहे प्रसव केंद्र
एक समय था, जब सदर अस्पताल में केवल गरीब व निर्धन लोग ही अपने गर्भवतियों का प्रसव कराने पहुंचते थे. जबकि संपन्न परिवार के लोग निजी अस्पतालों में प्रसव कराना अधिक सुरक्षित मानते थे, लेकिन सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र पर अब संपन्न परिवार के लोगों का भरोसा भी बढ़ा है. बीते दिनों खुद सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा की पुत्रवधू का प्रसव भी अस्पताल के प्रसव केंद्र में कराया गया था, जबकि खुद कई चिकित्सक व संपन्न परिवार के लोग अपने गर्भवतियों का प्रसव कराने अस्पताल ही पहुंच रहे हैं.
कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि अस्पताल में गर्भवतियों को पूरी तरह सुरक्षित प्रसव की सुविधा दी जा रही है. इसके लिये न केवल समय-समय पर प्रसव केंद्र के कार्यों की समीक्षा की जा रही है, बल्कि लगातार यहां स्वास्थ्य सुविधाओं को भी बढ़ाया जा रहा है. इस कारण ही अब लोगों का भरोसा सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र पर बढ़ा है.
————–2024 में प्रसव का आंकड़ा
माह कुल प्रसव जन्मे बालक जन्मी बालिका
जनवरी 523 281 239
फरवरी 504 262 244मार्च 511 267 237
अप्रैल 407 210 194मई 396 212 184
जून 359 174 173जुलाई 505 273 226
अगस्त 713 383 327सितंबर 664 329 321
अक्तूबर 589 296 287नवंबर 535 249 283
दिसंबर 480 210 270B
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