मेहंदी की लाली छूटी भी नहीं और रिक्कू हो गयी विधवा
निगम आदर्श की शादी 18 अप्रैल को जमुई निवासी रिक्कू कुमारी के साथ हुई थी
प्रतिनिधि, मुंगेर. वासुदेवपुर ओपी क्षेत्र के मोगल बाजार योगनी स्थान निवासी सेवानिवृत्त आइटीसी कर्मी अशोक कुमार का 24 वर्षीय पुत्र सड़क दुर्घटना में घायल निगम आदर्श की मौत इलाज के दौरान गुरुवार की रात पटना में हो गयी. जिसका शव शुक्रवार की सुबह मुंगेर पहुंचा. इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया. बताया जाता है कि निगम आदर्श की शादी 18 अप्रैल को जमुई निवासी रिक्कू कुमारी के साथ हुई थी. 20 अप्रैल को धूमधाम से रिसेप्शन पार्टी हुआ था. 23 अप्रैल को वह अपने चचेरा भाई पवन कुमार के साथ मोटर साइकिल से निकला था. राष्ट्रीय उच्च पथ 80 पर फरदा पेट्रोल पंप के समीप दो मोटर साइकिल की आमने-सामने हुई टक्कर में निगम आदर्श और उसका चचेरा भाई पवन गंभीर रूप से घायल हो गया. दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया. परिजनों ने दोनों को इलाज के लिए पटना के मेदांता अस्पताल भर्ती कराया. जहां गुरुवार की रात निगम आदर्श की मौत हो गयी, जबकि पवन मेदांता अस्पताल में ही इलाजरत है. जहां उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है. शुक्रवार की सुबह निगम का शव मोगल बाजार स्थित घर पर पहुंचा. जहां पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले गये. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. घर का इकलौता चिराग था निगम. निगम आदर्श अपने माता-पिता का इकलौता चिराग था. सभी शादी के उत्साह से बाहर भी अभी तक नहीं निकले थे और इस हादसे ने पूरे माहौल को ही गमगीन कर दिया. दुर्घटना में घायल पति की जीवन के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने वाली नवविवाहित रिक्कू के हाथों की मेंहदी का रंग भी अभी नहीं छूटा था और वह विधवा हो गयी. उसकी मौत के बाद नव विवाहिता पत्नी रिक्कू कुमारी, मृतक की मां नीलम देवी, पिता अशोक कुमार का रो-रो कर बुरा हाल था.
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