नशा व्यक्ति के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर डालता है प्रभाव : डॉ ओमप्रकाश
जमालपुर कॉलेज जमालपुर की एनएसएस इकाई तथा पटना की संस्था द्वारा मंगलवार को 60 दिवसीय तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 का शुभारंभ किया गया.
मुंगेर. जमालपुर कॉलेज जमालपुर की एनएसएस इकाई तथा पटना की संस्था द्वारा मंगलवार को 60 दिवसीय तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 का शुभारंभ किया गया. जिसका उद्घाटन कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सह वक्ता बीआरएम कॉलेज के इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ श्याम कुमार ने किया. अध्यक्षता एनएसएस पीओ डॉ चंदन कुमार तथा संचालन हिंदी विभाग की प्राध्यापिका डॉ चंदा कुमारी ने किया. प्रमुख वक्ता के रूप में कॉलेज के मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ ओम प्रकाश थे. कार्यक्रम में तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 के शपथ प्रोटोकॉल के माध्यम से छात्र-छात्राओं को तंबाकू व नशीले पदार्थों के सेवन से निषेध को लेकर शपथ दिलायी गयी. मुख्य वक्ता ने कहा कि भारत में 13 लाख लोग प्रतिवर्ष तंबाकू व इससे संबंधित नशीले पदार्थों के सेवन से मरते हैं. इसमें 25.9 प्रतिशत युवा होते हैं. जिनकी आयु 15 वर्ष के आसपास है. इससे बचाव के उपाय हमारी ही संस्कृति के पास है. हमारे संतों ने नशे के सेवन से परहेज करते हुए आध्यात्मिक चेतना संपन्न बनने की दिशा दी है. प्रमुख वक्ता ने नशा के सेवन के मनोवैज्ञानिक परिस्थितियों का व्यापक विवरण दिया. उन्होंने कहा कि तंबाकू के सेवन की शुरुआत आमतौर पर पहले पहल लोग देखा देखी से शुरू होती है, लेकिन एक समय ऐसा आता है कि जब नशा व्यक्ति के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालना शुरू करता है, तब उससे मुक्ति बहुत मुश्किल हो जाती है. इससे बचाव का एकमात्र विकल्प यह है कि हम समय रहते इसके प्रभावों को जाने और बेवजह किसी के कहने पर स्टेटस सिंबल बनाने के लिए तंबाकू आदि के सेवन न करें.
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