कार्बन फुटप्रिंट को कम कर पर्यावरण स्थिरता की दिशा में जमालपुर रेल कारखाना ने बढ़ाया महत्वपूर्ण कद
जमालपुर रेल कारखाना ने बढ़ाया महत्वपूर्ण कद
जमालपुर रेल इंजन कारखाना जमालपुर को भले ही मुख्य धारा से अलग-अलग कर दिया गया हो, परंतु जमालपुर कारखाना आज भी भारतीय रेल को राह दिखाने के काम कर रहा है. रेल इंजन कारखाना में कार्बन फुटप्रिंट को कम कर पर्यावरण स्थिरता की दिशा में एक कदम बढ़ते हुए पर्यावरण अनुकूल ईंधन के उत्पादन के लिए जलवायु नमक ऑनसाइट गैस जनरेटर का उपयोग करना शुरू कर दिया है.
जानकारी में बताया गया कि जलवायु नामक ऑनसाइट गैस जनरेटर का उपयोग गैस कटिंग, ब्रेजिंग, हीटिंग कटिंग और सोल्डरिंग जैसे कार्य में इस्तेमाल किया जा रहा है. पर्यावरण पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालते हुए अनूठे मशीन जलवायु पानी से इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा ऑक्सीजन और हाइड्रोजन गैस को उत्पन्न करती है. इलेक्ट्रोलिसिस से उत्पन्न ऑक्सीजन की उपस्थिति में प्रज्वलित होने पर विकसित हाइड्रोजन गैस ऑक्सी हाइड्रोजन टॉर्च उत्पन्न करती है. जो अत्यधिक गर्मी प्रदान करती है. जिसे आसानी से औद्योगिक उपयोगी के लिए लागू किया जा सकता है. ऑक्सी हाइड्रोजन टॉर्च को जलाने पर वस्तु बनती है, जो की जलवाष्प के अलावा कुछ नहीं है और संघनित होने पर पानी में बदल जाती है और इस तरह पर्यावरण में जल संतुलन बनाए रखती है.मांग के अनुरूप उत्पादित होता है जलवायु गैस ईंधन
परिचालन का लाभ
जलवायु नामक ऑन साइट गैस जनरेटर भरने और सफाई के बाद की लागत तथा समय को काम करता है. साथ ही उपयोगकर्ता के अनुकूल और संचालित करने में भी आसान होता है. इस प्रोजेक्ट के शोर रहित रहने के कारण इस साइड से दूर रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. एलपीजी और एसिटिलीन गैस के भंडारण का कोई जोखिम नहीं होता है. गैस को दबाव में नगर में गिरावट के साथ पाइप लाइन के माध्यम से 40 मीटर तक ले जाया जा सकता है. जलवायु को किसी भी हाथ ब्रेजिंग कटिंग सीएनसी और पग मशीन से जोड़ा जा सकता है. पर्यावरण अनुकूल ऑक्सी हाइड्रोजन गैस के लिए पूर्वी रेलवे के जमालपुर वर्कशॉप में इस्तेमाल की जाने वाली अत्यधिक मशीन जलवायु है.कहते हैं अधिकारी
पूर्व रेलवे कोलकाता के सीपीआरओ कौशिक मित्र ने बताया कि जलवायु नामक ऑन साइट गैस जनरेटर प्रदूषण मुक्त विकल्प है. इसमें कार्बन मुक्त लौ और कोई काली कालिख नहीं होती है यह प्रोजेक्ट एलपीजी गैस और एसिटिलीन गैस का विकल्प है. जिसे 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान के साथ वायुमंडलीय दबाव पर एक्वा गैस का घनत्व 0.47 ग्राम लीटर है. जब इसे वायुमंडल में छोड़ा जाता है तो यह तेजी से नष्ट हो जाता है, इसलिए यह बहुत सुरक्षित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है