अनलॉक के दूसरे ही दिन कोविड-19 का खौफ खत्म
अनलॉक डाउन के दूसरे दिन मंगलवार को प्रधान डाकघर जमालपुर में सैकड़ों लोग एक साथ एकत्रित हो गए. जिसके कारण डाकघर के मुख्य प्रवेश द्वार पर पहले हम पहले हम को लेकर एक अजब ही नजारा उत्पन्न हो गया था
जमालपुर : अनलॉक डाउन के दूसरे दिन मंगलवार को प्रधान डाकघर जमालपुर में सैकड़ों लोग एक साथ एकत्रित हो गए. जिसके कारण डाकघर के मुख्य प्रवेश द्वार पर पहले हम पहले हम को लेकर एक अजब ही नजारा उत्पन्न हो गया था. हाल यह था कि महिला और पुरुष की पंक्तियां भले ही अलग-अलग थी. परंतु प्रवेश द्वार पर पहले प्रवेश करने की उनमें भी होड़ मची हुई थी. बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से उन्हें पंक्तिबद्ध तो करा दिया गया. परंतु सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन तब भी नहीं हो पाया.इन दिनों शहर में एक अफवाह फैली हुई है कि इंडिया पोस्ट बैंक का अकाउंट जीरो बैलेंस पर खोला जा रहा है.
जिस पर केंद्र सरकार द्वारा 10 हजार रुपए भेजे जाएंगे. इसी अफवाह के चलते पिछले सात आठ दिनों से प्रधान डाकघर में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है. हालत यह है कि पोस्ट ऑफिस खुलने के कोई 2 घंटे पहले से ही वहां महिला और पुरुष एकत्रित हो जाते हैं और उसके बाद लंबी लाइन लग जाती है. परंतु भीड़ बढ़ने के साथ और पोस्ट ऑफिस खुलने के बाद वहां आपाधापी का माहौल कायम हो जाता है. हर महिला व पुरुष एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में लग जाते हैं. जिसके कारण वहां अव्यवस्था का माहौल उत्पन्न हो जाता है. मंगलवार को भी ऐसा ही नजारा वहां बना हुआ था.
जब ईस्ट कॉलोनी थाना से एएसआइ बलिंदर सिंह अपने जवानों के साथ वहां पहुंचे. परंतु भीड़ इतनी काफी थी कि कुछ देर तक तो पुलिस के जवान भी किंकर्तव्यविमूढ़ होकर रह गए. पुलिसिया धौंस भी वहां काम नहीं आया. लोग किसी का कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. थक हार कर इस भीड़ को किसी प्रकार पंक्तिबद्ध तो कराया जा सका.
परंतु फिर भी सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं हो पाया. कई राहगीरों ने कहा कि एक वृद्ध जमाती के कारण 68 दिन तक जमालपुर बंद रहा था. क्योंकि उसके कारण लगातार लोग कोरोना वायरस कोविड-19 से संक्रमित होते चला गया. यदि यहां कोई संक्रमित व्यक्ति पहुंच जाएगा तो कोरोना के कोहराम से भगवान भी नहीं बचा पाएगा.
Posted by Pritish Sahay