करोड़ों की आमदनी वाला एमयू अपने आउटसोर्सिंग कर्मियों को नहीं दे पा रहा वेतन
- 12 माह से बिना वेतन के कार्य कर रहे आउटसोर्सिंग कर्मीमुंगेर . मुंगेर विश्वविद्यालय अपने स्थापना के 6 साल बाद भी कर्मियों की कमी का रोना रो रहा है.
– 12 माह से बिना वेतन के कार्य कर रहे आउटसोर्सिंग कर्मी
मुंगेर . मुंगेर विश्वविद्यालय अपने स्थापना के 6 साल बाद भी कर्मियों की कमी का रोना रो रहा है. जबकि वर्तमान में एमयू मुख्यालय में 70 से अधिक आउटसोर्सिंग कर्मी कार्यरत हैं. जो पिछले 12 माह से बिना वेतन के ही कार्य कर रहे हैं. यह हाल तब है, जब केवल एक माह में एमयू ने नामांकन मद में ही करोड़ों रुपये की आमदनी की है. अब ऐसे में आउटसोर्सिंग कर्मियों को 12 माह से वेतन न दे पाना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है.बता दें कि एमयू मुख्यालय में एलाइट फ्लकॉन एजेंसी के लगभग 70 से अधिक आउटसोर्सिंग कर्मी कार्य कर रहे हैं. जिसमें डाटा ऑपरेटर, सुरक्षाकर्मी, माली, ऑफिस ब्यॉय आदि हैं. जो एमयू के आधे से अधिक कार्यों को पूरा करते हैं. साथ ही आउटसोर्सिंग कर्मी एमयू के परीक्षा विभाग को भी संभाल रहे हैं. जिनके भरोसे एमयू परीक्षा का रिजल्ट प्रकाशित कर रहा है. बावजूद एमयू प्रशासन अपने लगभग 70 आउटसोर्सिंग कर्मियों को एक साल से वेतन नहीं दे पाया है. जिसके कारण इन आउटसोर्सिंग कर्मियों की माली हालत भी अब बिगड़ने लगी है. ऐसे में सवाल यह है कि जब एमयू को केवल एक माह में नामांकन से ही करोड़ों रुपये की आमदनी हुई है. बता दें कि एमयू को सत्र 2024-28 स्नातक सेमेस्टर-1 में नामांकन को लेकर आवेदन प्रक्रिया से ही 3 करोड़ 92 लाख 44 हजार रुपये की आमदनी हुई है. जबकि इस प्रक्रिया में एमयू के वेबसाइट पर पेमेंट गेटवे एजेंसी को कुल 13 लाख 73 हजार 540 रुपये की आमदनी हुयी है. इसके अतिरिक्त भी एमयू द्वारा बीते दिनों एलएलबी व बीएड के लिए रजिस्ट्रेशन व परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया संचालित की गयी. जिसमें भी विद्यार्थियों से रजिस्ट्रेशन के लिए 500 तथा परीक्षा फॉर्म भरने के लिए 500 रुपये का शुल्क लिया गया. अब ऐसे में समझा जा सकता है कि एमयू प्रशासन केवल अपने शैक्षणिक प्रक्रियाओं से ही करोड़ों रुपये का आंतरिक स्त्रोत जेनरेट कर रहा है. लेकिन इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन पिछले एक साल से अपने 70 से अधिक आउटसोर्सिंग कर्मियों को वेतन नहीं दे पाया है. हलांकि दुर्गा पूजा व छठ पूजा के दौरान कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर के पहल पर आउटसोर्सिंग कर्मियों को एडवांस राशि दी गयी थी. लेकिन दोबारा लगभग 6 माह से आउटसोर्सिंग कर्मियों को एडवांस तक नहीं मिल पाया है.
कहते हैं कुलसचिव
एमयू के कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि आउटसोर्सिंग कर्मियों के वेतन को लेकर शिक्षा विभाग से बात की गयी थी. जिसमें विभाग द्वारा मौखिक रूप से कहा गया है कि पुराने बजट के आधार पर ही आउटसोर्सिंग कर्मियों के वेतन का भुगतान किया जाये. हलांकि अबतक विभाग से राशि प्राप्त नहीं हुयी है.
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