जमालपुर में देर रात निकली विसर्जन शोभायात्रा, सोमवार को होगा विर्सजन
रेल नगरी जमालपुर में शारदीय नवरात्र को लेकर स्थापित विभिन्न पूजा समितियां की प्रतिमाओं की विसर्जन शोभायात्रा रविवार की देर रात्रि तक निकलती रही.
प्रतिनिधि, जमालपुर. रेल नगरी जमालपुर में शारदीय नवरात्र को लेकर स्थापित विभिन्न पूजा समितियां की प्रतिमाओं की विसर्जन शोभायात्रा रविवार की देर रात्रि तक निकलती रही. यहां की विशेषता रही कि जमालपुर से करीब 8 किलोमीटर दूर मुंगेर स्थित गंगा सोझी घाट पर मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है. जिसके लिए ट्रॉली पर माता की प्रतिमा की विसर्जन शोभायात्रा निकाली जाती है. इस क्रम में यहां की प्रतिमाओं के दर्शन के लिए आसपास के क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु जुबली वेल चौक पर देर रात्रि तक डटे रहे. यहां की प्रतिमा का विसर्जन सोमवार को होगा.
तीन बजे सुबह तक जुबली बेल चौक पर बना रहा मेला
जमालपुर की सभी प्रतिमाओं का विसजन मुंगेर में होता है. इसे लेकर शोभायात्रा निकाली जाती है और जुबली वेल चौक पर प्रतिमाओं को पंक्तिबद्ध किया जाता है. जमालपुर थाना क्षेत्र की मां दुर्गा और जगत जननी मां काली की सात-सात प्रतिमाओं का विसर्जन मुंगेर में किया जाता है. जबकि ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र की मां दुर्गा की तीन और माता काली की भी तीन प्रतिमाओं का विसर्जन मुंगेर में होता है. जुबली वेल चौक स्थित हनुमान मंदिर में सभी प्रतिमाओं की आरती की गयी. इस सिलसिले में रात्रि 9:30 बजे माता बड़ी काली की प्रतिमा यहां पहुंची थी. इसके बाद थोड़ी-थोड़ी देर पर अन्य प्रतिमाओं के पहुंचने का सिलसिला आरंभ हुआ. सबसे पहले 10 काली प्रतिमाओं की शोभायात्रा वहां से गुजरी. जिसके बाद योग माया बड़ी दुर्गा महारानी की प्रतिमा वहां पहुंची. इसे लेकर लगभग 3:00 बजे तक इस चौक पर प्रतिमाओं के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा.
—————————————————–माता की गोद भराई को लेकर श्रद्धालु महिलाओं की उमड़ी भीड़
मुंगेर. शनिवार को विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित माता की प्रतिमा को खोईंचा भरने को लेकर शनिवार को प्रातः से ही महिला श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रही. श्री योग माया बड़ी दुर्गा स्थान में महंत डॉ मनोहर दास द्वारा महाआरती की गयी. इस दौरान देश के कोने-कोने से पहुंचे साधु संत यहां उपस्थित थे. जिनमें बनारस के लक्ष्मण दास, फतेहपुर के महंत किशन दास, प्रयागराज के गंगा दास चित्रकूट के रामचरण दास, हरिद्वार के विनायक दास, वाराणसी के पंडित शुभंकर और दीपचंद पांडेय और मुख्य पुजारी गुलशन झा थे. उधर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. इस बार ऐसा पहली बार हुआ जब प्रत्येक पूजा समिति की प्रतिमा स्थल पर पुलिस अधिकारी की प्रति नियुक्ति की गयी थी, जिन्हें मुंगेर गंगा घाट तक जाने की जिम्मेदारी मिली थी.शिविर में डटे रहे प्रशासनिक अधिकारी
जुबली बेल चौक पर केंद्रीय प्रतिमा विसर्जन समिति के शिविर समिति के पदाधिकारी के साथ बीडीओ प्रभात रंजन, कार्यपालक पदाधिकारी विजय सिंह थे. जबकि शिविर का उद्घाटन मुख्य पार्षद पार्वती देवी ने किया. प्रशासनिक अधिकारी शिविर से ही शोभायात्रा को निर्देश देते रहे. जबकि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जमालपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार थे. उन्होंने बताया कि मेला को नियंत्रित करने के लिए टाइगर मोबाइल के जवानों को लगाया गया है. जबकि क्यूआरटी की टीम भी बनायी गयी है. इस दौरान लगभग 6 घंटे तक जुबली बेल चौक पर मेला लगा रहा.———————————————–
नगर परिषद ने की थी रोशनी की वैकल्पिक व्यवस्था
जमालपुर. प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा को लेकर पूरे शहर की बिजली एहतियात के तौर पर बंद कर दी जाती है. जबकि शोभायात्रा को लेकर पूरी रात सड़कों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रहती है. इसे देखते हुए नगर परिषद प्रबंधन द्वारा रोशनी की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी. कार्यपालक पदाधिकारी विजयशील गौतम ने बताया कि लगभग एक दर्जन जनरेटर सेट लगाए गए हैं. जुबली बेल चौक से मुंगेर रोड के नगर परिषद सीमा तक, जुबली बेल चौक से सदर बाजार होते हुए भारत माता चौक तक और जुबली बेल से अवंतिका रोड होते हुए पंचमुखी मंदिर तक रोशनी की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी.
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