मुंगेर. योग नगरी मुंगेर में नववर्ष का स्वागत बुधवार को पादुका दर्शन संन्यास पीठ परिसर में हनुमान चालीसा के अखंड पाठ से किया गया. बिहार योग विद्यालय के परमाचार्य स्वामी निरंजनानंद सरस्वती की मौजूदगी में बच्चे, नौजवान, बुजुर्ग सभी वर्ग के लोगों ने पूरे हर्ष व उल्लास के साथ इस पाठ में भाग लिया. इस दौरान पादुका दर्शन व उसके आसपास के क्षेत्रों में वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय बना रहा. स्वामी निरंजनानंद ने नव वर्ष का संदेश देते हुए कहा कि सत्संबंध वर्ष की शुरूआत तो 2024 में हुई, परंतु यह आठ वर्षों तक चलता रहेगा. हमलोग को सकारात्मक संबंध बनाने की कोशिश पूरी करनी है. हालांकि, इस दौरान कई बाधाएं आयेंगी और मन भटकना चाहेंगा. परंतु हमारे गुरुओं की शिक्षाएं हमेशा हमारे जीवन का आधार बनी रहनी चाहिए. जब हम एक कदम सकारात्मक की ओर बढ़ायेंगे तो हम अपने भीतर व बाहर तथा हमारे आसपास निश्चित ही हैरान कर देने वाला परिवर्तन देखने को मिलेगा. स्वामी निरंजनानंद के सत्संग के साथ-साथ सुंदरकांड का पाठ, हवन, मंत्रों व स्तोत्रों का पाठ संन्यासियों द्वारा किया गया. इस कारण वातावरण में ऊर्जा का अक्षय संचार रहा और आनंद की लहरों से पूरा परिसर गूंज उठा.
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