बिहार के जमालपुर रेल इंजन कारखाना जैसी कारीगरी पूरे देश में नहीं, निरीक्षण के बाद बोले मेट्रो रेल के जीएम

रेल इंजन कारखाना जमालपुर मेट्रो रेल के निर्माण व मरम्मत में पूरी तरह सक्षम है. यह बात मेट्रो रेल कोलकाता के जीएम पी उदय कुमार रेड्डी ने मंगलवार को फैक्ट्री के निरीक्षण के बाद कही

By Anand Shekhar | August 6, 2024 9:18 PM

मुंगेर के जमालपुर रेल इंजन कारखाना की कारीगरी पूरे देश में और कहीं नहीं है. यहां के कारीगर बारीक से बारीक काम करने की क्षमता रखते हैं. जमालपुर कारखाना मेट्रो रेल के मरम्मत और निर्माण के लिए पूरी तरह सक्षम है. उक्त बातें मेट्रो रेल कोलकाता के महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी ने मंगलवार को जमालपुर में कही.

जमालपुर कारखाना के कारीगरी का डंका पूरे भारतीय रेल में बजता है

पी उदय कुमार रेड्डी ने कहा कि जमालपुर कारखाना के हुनरमंद कारीगरी का डंका पूरे भारतीय रेल में बजता है. वैसे तो मेट्रो के पास अपना वर्कशॉप है, परंतु दूसरे जगह के कारखाने को देखकर यह पता करना होता है कि वहां कारीगरी किस स्तर की है. एक ही जगह पर आश्रित होकर सारा काम संभव नहीं होता, इसलिए दूसरे कारखाने में चल रहे क्रियाकलाप का भी आकलन करना चाहिए. जिसे लेकर ही उनके द्वारा रेल कारखाना जमालपुर का भी निरीक्षण किया गया.

पुराने दिनों को किया याद

पी उदय कुमार रेड्डी ने कहा कि वर्ष 1994 के आसपास लगभग साढ़े चार साल तक वे इसी कारखाना में मिल राइट शॉप में वर्क्स मैनेजर के पद पर कार्यरत थे. पहले के रेल इंजन कारखाना और वर्तमान रेल इंजन कारखाना जमालपुर में बहुत अंतर है. भविष्य में मेट्रो रेल से जमालपुर कारखाना के कनेक्शन के बारे में सरकार ही कुछ बता सकती है. जहां मेट्रो बनती है, वहां एडवांस टेक्नोलॉजी की जरूरत पड़ती है. मेट्रो का सिगनलिंग सिस्टम अलग होता है. उसकी वर्किंग अलग होती है. कुल मिलाकर नॉर्मल रेलवे से मेट्रो रेलवे बिल्कुल अलग है.

पारितोषिक के रूप में दिए 50 हजार

बिहार के पटना में मेट्रो रेल बन रही है. जबकि अन्य शहरों में भी मेट्रो रेल बनाने की चर्चा है. 10 लाख की आबादी होने के बाद मेट्रो बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाती है, परंतु यदि 10 लाख की आबादी पूर्ण होने के पहले ही मेट्रो बनाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाए तो मेट्रो रेल बनाने में भी आसानी होगी. उन्होंने रेल इंजन कारखाना जमालपुर का निरीक्षण किया और मिल राइट शॉप जहां के वह कभी वर्क्स मैनेजर थे. उस शॉप को उन्होंने पारितोषिक के रूप में 50 हजार रुपए प्रदान किया. बाद में उन्होंने हेरिटेज बिल्डिंग, क्रेन शॉप और वीएलसी शॉप में चल रहे कार्यों का जायजा लिया.

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महाप्रबंधक ने अपनी यादों को किया ताजा और विभिन्न स्थानों पर की पूजा

हावड़ा-जमालपुर सुपर एक्सप्रेस से मेट्रो रेल कोलकाता के महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी यहां पहुंचने पर मुख्य कारखाना प्रबंधक विनय प्रसाद बरनवाल ने उनका स्वागत किया. जिसके बाद महाप्रबंधक मुंगेर के शक्तिपीठ चंडिका स्थान में पूजा करने पहुंचे. जिसके बाद ईस्ट कॉलोनी स्थित जिमखाना गए, जहां स्पेशल क्लास रेलवे अप्रेंटिस करने के दौरान उन्होंने समय गुजारी थी. वे 1983 बैच के स्पेशल क्लास रेलवे अप्रेंटिस रहे हैं. उन्होंने राधा कृष्ण बलराम मंदिर में भी पूजा की.

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