चावल के अभाव में मध्याह्न भोजन बंद
भूखे रह रहे स्कूली बच्चे
असरगंज. एक ओर सरकार ने विद्यालय में जहां बच्चों को शिक्षा देने के साथ एमडीएम के माध्यम से भरपेट भोजन की व्यवस्था की है, ताकि बच्चे पोषण के साथ शिक्षा ग्रहण कर सके. वहीं प्रखंड अंतर्गत कई विद्यालयों में एक सप्ताह से चावल खत्म होने के कारण बच्चों को मध्याह्न भोजन नहीं मिल पा रहा है और बच्चे भूखे पेट विद्यालय में अध्ययन कर रहे हैं.
जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय यादव टोला मिल्क जोरारी, सरौन, कमराय एवं असरगंज बाजार सहित कई विद्यालयों में चावल उपलब्ध नहीं रहने के कारण मध्याह्न भोजन बंद है. मध्याह्न भोजन बंद रहने से बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में कम हो गयी है. बच्चे दोपहर में खाना खाने के लिए घर जा रहे हैं. इसके बाद वे विद्यालय नहीं आ रहे हैं.कहते हैं प्रधानाध्यापक
प्राथमिक विद्यालय मिल्क जोरारी के प्रधानाध्यापक ज्ञान शंकर ने कहा कि चावल उपलब्ध नहीं रहने के कारण एक सप्ताह से किचन बंद है. इसके कारण बच्चे कम संख्या में विद्यालय पहुंच रहे हैं.कहते हैं बीईओ
इधर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी दिनेश जायसवाल ने बताया कि क्षेत्र के कई विद्यालयों में चावल उपलब्ध नहीं रहने से एमडीएम बंद रहने की सूचना मिली है. इसकी जानकारी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन को दी गयी है. जल्द ही विद्यालयों में चावल उपलब्ध कराया जाएगा और बच्चों को भोजन मिलने लगेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है