एंबुलेंस के अभाव में अधेड़ की हुई मौत, परिजनों ने प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप
परिजनों ने प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप
प्रतिनिधि, हवेली खड़गपुर. सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाख सुधार का दावा कर ले, लेकिन प्रबंधन की लापरवाही से व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है. सोमवार को संग्रामपुर थाना क्षेत्र के सरकटिया गांव निवासी 60 वर्षीय जितेंद्र सिंह को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खड़गपुर में भर्ती कराया गया. जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया, लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया गया. इससे अस्पताल में ही उसकी मौत हो गयी. मृतक के परिजन प्रसंडो गांव निवासी रंजीत सिंह ने बताया कि जितेंद्र सिंह को सांस लेने में दिक्कत हुई तो उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खड़गपुर में भर्ती कराया. इसके बाद उसका उपचार किया गया और उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया. रेफर के बाद वे लोग अस्पताल प्रबंधन से एंबुलेंस की व्यवस्था की गुहार लगाते रहे, लेकिन दो घंटे बीत गये, एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया गया. अंतत: जितेंद्र सिंह ने दम तोड़ दिया. मौके पर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. वहीं ड्यूटी पर तैनात डॉ राजीव विनायक ने बताया कि अस्पताल में एंबुलेंस की कमी है, लेकिन मरीज को अस्पताल में जब लाया गया तो उनकी स्थिति काफी नाजुक थी और उनका ब्लड प्रेशर लेवल हाइ था. उसकी बिगड़ती स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज हेतु मुंगेर रेफर किया गया था, लेकिन अस्पताल में एक ही एंबुलेंस है जो पहले ही किसी मरीज को लेकर मुंगेर गया था. इधर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अखिलेश कुमार ने बताया कि सीएचसी में एक ही एंबुलेंस कंडीशन में है, जबकि चार महीने से लगातार विभाग को एंबुलेंस के लिए लिखा जा रहा है. कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
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