प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय में कार्यरत लगभग 72 आउटसोर्सिंग कर्मी अपने 21 माह से बकाये मानदेय को लेकर 20 जून से विश्वविद्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे. ऐसे में जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे एमयू प्रशासन की परेशानी बढ़ने वाली है. इसे लेकर आउटसोर्सिंग कर्मियों द्वारा अपने संबंधित एजेंसी और विश्वविद्यालय प्रशासन को पूर्व में ही ज्ञापन दिया गया है. बता दें कि एमयू वैसे ही पिछले 6 सालों से कर्मियों की कमी से परेशान है. जबकि खुद एमयू प्रशासन द्वारा दो साल पहले ही एकमात्र तिलकामांझी विश्विद्यालय, भागलपुर से मिले एक विश्वविद्यालय कर्मी की प्रतिनियुक्ति कर दिया गया है. इस कारण एमयू के विभिन्न विभागों का संचालन कॉलेज से प्रतिनियुक्ति पर बुलाये गये कर्मी और आउटसोर्सिंग कर्मियों के भरोसे ही हो रहा है. ऐसे में जब एमयू के पास इस समय परीक्षा और नामांकन से जुड़े कई शैक्षणिक प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के साथ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक मुद्दों से जुड़ी कई जिम्मेदारियां हैं. जिससे आउटसोर्सिंग कर्मियों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन खुद विश्वविद्यालय के लिये परेशानी को बढ़ायेगा. विश्वविद्यालय में डीएसडब्लू कार्यालय, स्थापना शाखा, परीक्षा विभाग, नोडल विभाग, एनएसएस विभाग, आईसी लीगल, सीसीडी कार्यालय आदि का संचालन आउटसोर्सिंग कर्मियों के भरोसे ही हो रहा है, क्योंकि इन विभागों के अधिकारी भी कॉलेजों के शिक्षक ही है. जिनके कंधों पर अपने कक्षाओं के संचालन के साथ विभागों की जिम्मेदारी भी है.
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