समय से पूर्व जन्में बच्चों के देखभाल को लेकर मां को नहीं मिल पा रही जानकारी
कम वजन के कारण होने वाले हाइपोथर्मिया की जानकारी देना तथा इससे बचाव के बारे में बताना है.
बदाहल सदर अस्पताल का कंगारू मदर केयर यूनिट :
जानकारी के अभाव में जान गंवा रहे नवजात, कंगारू मदर केयर यूनिट में नवजातों की देखभाल के लिये दी जानी है विशेष जानकारीमुंगेर
जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में समय से पूर्व जन्में बच्चों के विशेष देखभाल तथा इससे संबंधित जानकारी मां को देने के लिये कंगारू मदर केयर यूनिट का संचालन किया जा रहा है. ताकि शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके. लेकिन सदर अस्पताल में इसे लेकर बनाया गया कंगारू मदर केयर यूनिट पूरी तरह हाथी का दांत बनकर रह गया है. जहां समय से पूर्व जन्में बच्चों और उनकी मां को भर्ती करने की जगह बंध्याकरण या गर्भवती महिलाओं को भर्ती किया जा रहा है.वर्ष 2018 में सदर अस्पताल में बना था कंगारू मदर केयर
वर्ष 2018 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र के समीप कंगारू मदर केयर यूनिट खोला गया. इसमें पांच बेड लगे हैं. जहां प्रसव के बाद वैसी माताओं और नवजातों को भर्ती किया जाना है, जिनके नवजात बच्चे कम वजन या अन्य बीमारी से पीड़ित हैं या समय से पूर्व जन्में हैं. इसमें ऐसे नवजातों के मां को सही देखभाल की जानकारी दी जानी है. इसमें बच्चे को स्तनपान कराने के बाद थोड़ी देर सहलाने, उनके कम वजन के कारण होने वाले हाइपोथर्मिया की जानकारी देना तथा इससे बचाव के बारे में बताना है. वहीं कंगारू मदर केयर वार्ड में माताओं और नवजातों को रखने के लिये एसी, हीटर, अत्याधुनिक बेड सहित रैंप तक की सुविधा दी गयी है.————————————————
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बंध्याकरण व गर्भवती महिलाओं को किया जा रहा भर्ती
मुंगेर : अस्पताल प्रबंधन के उदासीन रवैये के कारण लाखों रूपये खर्च के बाद बना कंगारू मदर केयर यूनिट की उपयोगिता माताओं और नवजातों के लिये शून्य बनकर रह गया है. हाल यह है कि कंगारू मदर केयर में बंध्याकरण या गर्भवतियों को रखा जा रहा है. यह हाल तब है, जब जिले में आये दिन नवजात की मौत पर खुद स्वास्थ्य विभाग द्वारा माताओं को बच्चों के सही देखभाल की जानकारी न होने के कारण नवजातों के मौत का कारण बता रही है. जबकि कई बार ऐसे मामलों में खुद स्वास्थ्य विभाग माताओं को जानकारी देने की जगह नवजात की मौत पर जानकारी का अभाव बताकर पल्ला झाड़ रही है.
शिशु
मृत्यु दर को कम नहीं कर पा रहा स्वास्थ्य विभाग
मुंगेर : शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिये सरकार भले की कई योजना चला रही हो या इसके लिये पानी के तरह पैसे बहा रही हो, बावजूद स्वास्थ्य विभाग जिले में शिशु मृत्यु दर को कम करने में पूरी तरह विफल रहा है. इसे केवल इसी से समझा जा सकता है कि जनवरी से नवंबर माह तक सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में 78 नवजातों की मौत हो चुकी है. यह आंकड़ा केवल सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती होने वाले नवजातों की है. जबकि प्रत्येक माह जन्म से 1 साल की आयु के बीच कई बच्चे अपनी जान गंवा रहे हैं.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्ष
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि कंगारू मदर केयर यूनिट में ऐसे नवजात तथा माताओं को भर्ती किया जाना है. जिसके नवजात किसी बीमारी से पीड़ित हैं या समय से पहले हुये हैं. साथ ही ममताओं द्वारा मां को यहां ब्रेस्ट फिडिंग सहित नवजातों के विशेष देखभाल की जानकारी दी जानी है. कंगारू मदर केयर में ऐसा नहीं हो रहा है तो इसकी जानकारी ली जायेगी. साथ ही इसे सुनिश्चित कराया जायेगा.
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