कुलपति कार्यालय के समक्ष एमयू के आउटसोर्सिंग कर्मियों ने दिया धरना
सके बावजूद वित्त पदाधिकारी 52 रविवार एवं 77 पर्व त्यौहार की छुट्टी के दिन का भी मानदेय काटकर बिल बनाने की बात कह रहे हैं.
मुंगेर मुंगेर विश्वविद्यालय के आउटसोर्सिंग कर्मी के रविवार और सरकारी अवकाश के दिन का वेतन कटा जाने के विरोध में शुक्रवार को कुलपति कार्यालय कक्ष के बाहर उनलोगों ने धरना दिया. इस दौरान विश्वविद्यालय पहुंचे मुंगेर विधायक सह सीनेट सदस्य प्रणव कुमार ने आउटसोर्सिंग कर्मियों से बात की तथा उनकी मांगों को लिखित में देने और इसे लेकर श्रम विभाग से बात करने का आश्वासन दिया गया. हलांकि इसके बावजूद आउटसोर्सिंग कर्मी धरना पर बैठे रहे. आउटसोर्सिंग कर्मियों ने कहा कि जब कंपनी के साथ हुए अनुबंध में कहीं यह प्रावधान नहीं है कि कर्मचारियों के रविवार तथा त्यौहार के दिन की छुट्टी का वेतन काटा जाए. इसके बावजूद वित्त पदाधिकारी 52 रविवार एवं 77 पर्व त्यौहार की छुट्टी के दिन का भी मानदेय काटकर बिल बनाने की बात कह रहे हैं. ऐसे में हमलोगों का मानदेय महज छह से सात हजार के बीच होगा. यदि साल में महज 236 दिनों का मानदेय ही मिलेगा. उन्होंने कहा कि वैसे ही विश्वविद्यालय द्वारा उनलोगों का 22 माह का मानदेय अबतक नहीं दिया गया है. पिछले माह एक माह का वेतन दिया गया, लेकिन अब कहा जा रहा है कि रविवार और सरकारी अवकाश के दिनों का मानदेय काटा जायेगा, ऐसे में यदि विश्वविद्यालय की यही मंशा है कि आउटसोर्सिंग कर्मियों को सरकारी अवकाश के दिन भी कार्यालय आना होगा, तो विश्वविद्यालय अवकाश के दौरान भी खोला जाये और अधिकारी कार्यालय पहुंचे. वहीं देर शाम इसे लेकर कुलपति द्वारा भी आउटसोर्सिंग कर्मियों से बात की गयी. लेकिन मामला नहीं सुलझ पाया.
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