10 सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारियों ने एमयू के समक्ष किया धरना प्रदर्शन, तालाबंदी
10 सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारियों ने एमयू के समक्ष किया धरना प्रदर्शन
मुंगेर
सीनेट चुनाव जुलाई माह में किये जाने तथा वेतन विसंगति सहित अन्य मांगों को लेकर बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के बैनर तले एमयू के 17 में से 15 अंगीभूत कॉलेजों के कर्मचारियों ने मंगलवार को विश्वविद्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. जबकि अपने चरणाबद्ध आंदोलन के तहत विश्वविद्यालय में ताला जड़ दिया.
महासंघ के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष गुंजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में आयोजित दो दिवसीय धरना-प्रदर्शन सह तालाबंदी कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों के कार्यरत व सेवानिवृत कर्मचारी शामिल हुए. जहां महासंघ के नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन एक माह पूरा होने के बावजूद उनकी मांगों को पूरा नहीं कर पाया है. इसके कारण कालेजों में काम करने वाले कर्मचारी मानसिक तथा आर्थिक दोनों प्रकार की समस्याओं का सामना कर रहे हैं. विश्वविद्यालय के कॉलेज में कार्यरत दर्जनों कर्मचारियों के वेतन विसंगतियों को दूर नहीं किया जा सका है. जिससे कर्मचारियों को आर्थिक क्षति उठाना पड़ रहा है. इस दौरान कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध जोरदार नारे लगाये. महासंघ प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उनकी प्रमुख मांगों में सीनेट चुनाव के विस्तारित तिथि को जुलाई माह में किये जाने, अनुकंपा पर नियुक्ति प्रक्रिया को शत-प्रतिशत पूरा करने, वेतन सत्यापन कोषांग द्वारा निर्गत वेतन पर्ची में त्रुटि का निवारण कर अविलंब अग्रसारित कर वेतन सत्यापन कोषांग को भेजने की प्रक्रिया पूर्ण करने, प्रोन्नति की अधिसूचना अविलंब सार्वजनिक किये जाने की मांग शामिल है. इस दौरान दोपहर लगभग दो बजे कुलपति प्रो. श्यामा राय, कुलानुशासक डॉ संजय कुमार, एफओ डॉ रंजन कुमार आदि धरना पर बैठे कर्मचारियों से वार्ता करने पहुंचे. पीआरओ डॉ प्रियरंजन तिवारी ने बताया कि कुलपति सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी वार्ता के लिए पहुंचे पर धरना पर बैठे कर्मचारी प्रभारी कुलसचिव के बदले कुलसचिव से ही वार्ता करने पर अड़े रहे. इसके कारण वार्ता बेनतीजा रहा.
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