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मुंगेर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी दूसरी बार भी लोकतंत्र चुनावी व्यवस्था से हुए वंचित

मुंगेर विश्वविद्यालय की लापरवाह कार्य प्रणाली के कारण विद्यार्थी दूसरी बार भी छात्र संघ चुनाव में मतदान से वंचित हो रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 28, 2024 7:01 PM

प्रतिनिधि, मुंगेर, मुंगेर विश्वविद्यालय की लापरवाह कार्य प्रणाली के कारण विद्यार्थी दूसरी बार भी छात्र संघ चुनाव में मतदान से वंचित हो रहे हैं. राजनीतिक दलों के कुछ छात्र संगठन के नेताओं के आवेदन पर विश्वविद्यालय के 6 साल के इतिहास में पहली बार हो रहे छात्र संघ चुनाव को दूसरी बार स्थगित कर दिया गया है. जिससे यहां के विद्यार्थियों में मायूसी है. किसी भी विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव कराने का मुख्य उद्देश्य ही यह होता है कि लोकतांत्रिक तरीके से मतदान और चुनाव की प्रक्रियाओं से अपनी शिक्षा के दौरान ही युवा रूबरू हो सकें तथा मतदान के अधिकार की महत्ता को समझ सके. क्योंकि छात्र संघ चुनाव की लगभग पूरी प्रक्रिया ही देश के लोकतंत्र चुनाव की तरह ही होता है. जिसमें छात्र ही प्रतिनिधि के रूप में चुनाव लड़ते हैं और छात्र ही अपने प्रतिनिधि को चुनने के लिये मतदान करते है. ऐसे में छात्र अपने युवावस्था में ही मतदान करने और किसे मतदान किया जाना चाहिये, इस बातों से रूबरू होते हैं.

दूसरी बार स्थगित कर दिया गया छात्र संघ चुनाव

विदित हो कि अप्रैल माह में ही छात्र संघ चुनाव को लेकर एमयू द्वारा पहली बार अधिसूचना जारी की गयी थी, लेकिन उस समय लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा छात्र संघ चुनाव स्थगित कर दिया. वहीं लोक सभा चुनाव के बाद विश्वविद्यालय द्वारा दोबारा छात्र संघ चुनाव के लिये अधिसूचना जारी की गयी. इसमें 30 जुलाई से नामांकन तथा 8 अगस्त को मतदान होना था. जबकि 10 अगस्त को मतगणना की प्रक्रिया होनी थी. वहीं छात्र संघ चुनाव की अधिसूचना के बाद एमयू के विद्यार्थियों में भी गजब का उत्साह देखने को मिल रहा था. कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव के लिये तैयारियां आरंभ हो गयी थी, लेकिन नामांकन प्रक्रिया से ठीक दो दिन पहले विश्वविद्यालय द्वारा केवल अपरिहार्य कारण बताकर दूसरी बार भी छात्र संघ चुनाव को स्थगित कर दिया गया.

स्नातक के नये विद्यार्थियों को दिया गया था मौका

बताया गया कि एमयू प्रशासन से कुछ छात्र संगठनों द्वारा पीजी सेमेस्टर-1 की नामांकन प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद छात्र संघ चुनाव कराने का अनुरोध किया गया था, ताकि नये नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों को भी मतदान का मौका मिल सके. जबकि विश्वविद्यालय द्वारा अबतक पीजी सेमेस्टर-1 की नामांकन प्रक्रिया आरंभ भी नहीं की गयी है. हालांकि, एमयू द्वारा सत्र 2024-28 स्नातक सेमेस्टर-1 में नये नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों को भी छात्र संघ चुनाव में शामिल करने के लिये ही मतदाता सूची प्रकाशन की तिथि को 15 जुलाई से बढ़ाकर 22 जुलाई किया गया था. ऐसे में छात्र संगठनों के अनुरोध को मनाने की अनिवार्यता विश्वविद्यालय प्रशासन के लिये आवश्यक नहीं थी, हालांकि इसके बावजूद विश्वविद्यालय द्वारा छात्र संगठन चुनाव को अगले आदेश तक के लिये स्थगित कर दिया गया है.

कहते हैं डीएसडब्लू

छात्र संघ चुनाव कमेटी के संयोजक सह डीएसडब्लू डॉ भवेशचंद्र पांडेय ने बताया कि छात्र संघ चुनाव में पीजी के नये सत्र के विद्यार्थियों को भी मौका दिये जाने को लेकर छात्र संगठनों द्वारा आवेदन दिया गया था. चुनाव को लेकर बाद में दोबारा अधिसूचना जारी की जायेगी.

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