मुंगेर बनेगा ग्रीन सिटी, लगाये जायेंगे पौधे

मुंगेर नगर निगम बोर्ड की साधारण बैठक गुरुवार को निगम सभागार में मेयर कुमकुम देवी की अध्यक्षता में हुई. एक ओर जहां शहर में ग्रीन कवर (हरित आवरण ) बढ़ाने के लिए पौधरोपण अभियान शुरू करने के प्रस्ताव पर सदस्यों ने मुहर लगायी.

By Prabhat Khabar Print | June 27, 2024 9:55 PM

मुंगेर. मुंगेर नगर निगम बोर्ड की साधारण बैठक गुरुवार को निगम सभागार में मेयर कुमकुम देवी की अध्यक्षता में हुई. एक ओर जहां शहर में ग्रीन कवर (हरित आवरण ) बढ़ाने के लिए पौधरोपण अभियान शुरू करने के प्रस्ताव पर सदस्यों ने मुहर लगायी. वहीं दूसरी ओर नयी विज्ञापन नीति के प्रस्ताव को हरी झंडी मिली. बैठक में विधायक प्रणव कुमार एवं नगर आयुक्त निखिल धनराज मुख्य रूप से मौजूद थे.

निगम के खाली स्थानों पर किया जायेगा पौधरोपण

बैठक में सदस्यों ने शहर को हरा-भरा करने के लिए पौधरोपण अभियान चलाने की योजना को स्वीकृति दी. नगर आयुक्त ने बताया कि शहर में ग्रीन कवर (हरित आवरण) बढ़ाने के लिए पौधरोपण अभियान शुरू किया जायेगा. यह अभियान जुलाई के प्रथम या द्वितीय सप्ताह में शुरू होगा जब माॅनसून की बारिश होगी. निगम के अधीन आने वाले सभी 45 वार्ड में निगम अपने खाली स्थानों को चिह्नित कर वहां पर पौधरोपण किया जायेगा. अभियान के तहत छायादार और फलदार दोनों तरह के पौधे लगाये जायेंगे. यह पौधे वार्ड में स्थित छोटे-छोटे पार्क, सड़क किनारे, गंगा किनारे, तालाब किनारे लगाये जायेंगे.

वधशाला लाइसेंस निर्गत करने से पहले होगी स्थलीय जांच

बोर्ड की बैठक में वधशाला खोलने के लिए लाइसेंस देने का निर्णय तो लिया, लेकिन उसमें कई पेंच भी लगा दिये गये. इस कारण वधशाला खोलने वालों के लिए लाइसेंस लेना काफी पेंचीदा होगा. मालूम हो कि कई वर्ष पूर्व निगम प्रशासन ने स्थानीय जनता को हो रही परेशानी को देखते हुए पूरबसराय कमेला रोड स्थित वधशाला का लाइसेंस रद्द कर उसे बंद करवा दिया है. नगर आयुक्त ने बताया कि पूरबसराय कमेला रोड स्थित वधशाला को लाइसेंस अब कभी भी निर्गत नहीं किया जायेगा. दूसरी जगह पर वधशाला खोलने के लिए लाइसेंस दिया जायेगा. लेकिन लाइसेंस देने से पहले टीम वहां जाकर स्थलीय निरीक्षण करेगी. टीम वहां की भौगोलिक स्थिति, जनता को इससे होने वाली परेशानी और पर्यावरण के दृष्टिकोण से वधशाला सही है या गलत इसका अवलोकन करेगी. इसके बाद टीम अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. रिपोर्ट के आधार पर लाइसेंस निर्गत किया जायेगा या नहीं उस पर निर्णय लिया जायेगा.

निगम ठेकेदार पर मेहरवान, नाले व सड़क निर्माण के लिए पार्षदों के आवेदन को मिली स्वीकृति

मुंगेर. बोर्ड जहां ठेकेदारों पर मेहरवान दिखा, वहीं पार्षदों से प्राप्त नाले व सड़क निर्माण के लिए मिले आवेदनों को भी स्वीकृति दी गयी. नगर आयुक्त ने बताया कि बोर्ड की बैठक में संवेदक दिवाकर कुमार द्वारा मिले एक्सटेंशन आवेदन पर चर्चा हुई. जिसको सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया. संवेदक निगम के अधीन संचालित समरसेबल खराब होने पर उसकी मरम्मत का कार्य करता है. बोर्ड की बैठक में वारसलिगंज विधायक अरुणा देवी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित याचिका की अनुपूरक सामग्री पर विचार किया गया. नगर आयुक्त ने बताया कि वर्ष 2018- 19 में वार्ड संख्या-27 में नाले का निर्माण कराया गया था. जिसमें संवेदक को राशि का भुगतान नहीं किया गया. संवेदक को राशि का भुगतान क्यों नहीं किया गया इसके लिए एक जांच टीम बनायी जायेगी, जो नाला निर्माण स्थल पर जाकर उसकी वास्तविकता की जांच की करेगी. टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही उस पर काम किया जायेगा. इस बोर्ड की बैठक में 45 वार्ड पार्षदों ने 100 से अधिक नाला व पीसीसी सड़क निर्माण के लिए आवेदन दिया है. जिसको बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान की. अगर सबकुछ ठीक रहा तो संवेदकों की एक बार फिर बल्ले-बल्ले होगी.

नयी विज्ञापन नीति, अनुकंपा पर बहाली के प्रस्ताव पर भी लगी मुहर

मुंगेर :

बोर्ड की बैठक में नयी विज्ञापन नीति-2023 के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. नयी विज्ञापन नीति के तहत निगम अब काम करेगी. जिनका भी स्ट्रक्चर शहर में है वे अपना-अपना स्ट्रक्चर को अविलंब हटा लें. नहीं तो उसे निगम द्वारा सीज कर लिया जायेगा. जबकि अनुकंपा के आधार पर मिले 30 आवेदनों पर चर्चा के बाद उसे आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया. जिलाधिकारी के नेतृत्व में अनुकंपा पर बहाली के लिए गठित टीम के समक्ष सभी 30 आवेदनों को शीघ्र ही भेजा जायेगा.

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