Munger News : मुंगेर. जिले में डेंगू ने अपनी दस्तक वैसे तो अगस्त महीने में ही दे दी थी. इसके साथ ही जिले में डेंगू के संभावित मरीजों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ रही है. अगस्त माह में डेंगू के दो कंफर्म मामले समेत नौ संभावित मामले सदर अस्पताल आ चुके हैं. वहीं सितंबर माह के केवल चार दिनों में ही डेंगू के तीन संभावित मरीज इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हुए हैं. बावजूद जिला स्वास्थ्य विभाग अबतक इससे बचाव को लेकर पूरी तरह लापरवाह है. हाल यह है कि दूसरों को घरों और आसपास बारिश का पानी जमा नहीं होने की नसीहत देने वाले सदर अस्पताल में ही जमा बारिश का पानी डेंगू संक्रमण को आमंत्रण दे रहा है.
सदर अस्पताल से सभी मरीज ठीक होकर जा चुके हैं घर
सदर अस्पताल में अगस्त माह में ही डेंगू के दो कंफर्म मरीजों के साथ नौ संभावित मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया गया है. हालांकि इसमें सभी मरीज इलाज के बाद ठीक होकर घर जा चुके हैं. बता दें कि जहां 29 जुलाई को खगड़िया जिले की प्रियंका कुमारी को डेंगू संभावित के रूप में भर्ती किया गया था, जो 1 अगस्त को एलाइजा जांच में पॉजिटिव पायी गयी थी. 24 अगस्त को भर्ती शहर की घोषी टोला निवासी मुन्नी देवी 29 अगस्त को एलाइजा जांच में डेंगू पॉजिटिव पायी गयी थी. हालांकि दोनों मरीज इलाज के बाद ठीक होकर घर जा चुकी है. इसके अतिरिक्त अगस्त माह में एनएस-1 पॉजिटिव नौ डेंगू के संभावित मरीजों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती किया गया था.
सितंबर के चार दिनों में भर्ती हुए तीन मरीज
सितंबर का अबतक केवल पांच दिन ही बीता है. जबकि इसके चार दिनों में ही मुंगेर सदर अस्पताल में डेंगू के कुल तीन संदिग्ध मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया गया. इसमें 2 सितंबर को गार्डेन बाजार निवासी अमित भूषण सिंह की 30 वर्षीय पत्नी तृप्ति सिंह को एनएस-1 पॉजिटिव पाये जाने के बाद डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया, लेकिन उसके परिजन उन्हें लेकर निजी नर्सिंग होम चले गये. इसके अतिरिक्त 1 अगस्त को सूर्यगढ़ानिस्ता निवासी 22 वर्षीय अनंत कुमार व जमालपुर निवासी 73 वर्षीय श्यामदेव मंडल को भी एनएच-1 पॉजिटिव पाये जाने के बाद भर्ती किया गया. हालांकि तीनों ही मरीज इलाज के बाद ठीक होकर घर जा चुके हैं.
आइसीयू वार्ड के समीप जमा है बारिश का पानी
एक ओर जहां मुंगेर जिले में लगातार डेंगू के कंफर्म और संदिग्ध मामले बढ़ते जा रहे हैं. वहीं इसे लेकर जिम्मेदार पूरी तरह लापरवाह बने हुए हैं. सदर अस्पताल में डेंगू वार्ड के नाम पर महिला वार्ड के सामने ही 9 बेड का डेंगू वार्ड बना दिया गया है. इसके पास ही हमेशा प्याऊ का पानी जमा रहता है. वहीं सदर अस्पताल के आइसीय वार्ड समीप ही बारिश का पानी जमा है, जो खुद ही डेंगू संक्रमण को आमंत्रण दे रहा है.