मुंगेर में मुखिया की गला रेतकर हत्या कर दी गई. हत्या के पीछे नक्सलियों का हाथ बताया जा रहा है. वहीं नक्सल प्रभावित धरहरा प्रखंड के अजिमगंज पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टुडू की हत्या के विरोध में लोगों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया. शव को सड़क पर रख कर लोगों ने हंगामा किया.
मुंगेर के नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टुडू की हत्या गला रेतकर कर दी गई. हत्या की आशंका माओवादियों पर की जा रही है. बताया जा रहा है कि दर्जनों हथियारबंद नक्सलियों का मारक दस्ता मुखिया परमानंद टुडू के मथुरा गांव स्थित पैतृक घर पर पहुंच गया. मुखिया को घर से निकालकर उसकी हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर कर दी.
मुखिया की हत्या का कनेक्शन हाल में संपन्न हुए पंचायत चुनाव से जोड़ा जा रहा है. जानकारी के अनुसार, चुनाव के पहले ही नक्सलियों ने एक महिला उम्मीदवार के पक्ष में सभी को समर्थन देने का फरमान जारी किया था. इसके लिए पर्चा भी बांटा गया था. धमकी दी गई थी कि अगर किसी ने मुखिया पद के लिए उम्मीदवारी दर्ज की तो उसे गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा.
परमानंद टुडू को चुनाव में जीत मिली थी. 31 दिसंबर को शपथ ग्रहण की तैयारी की जा रही थी लेकिन इससे पहले ही नक्सलियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया. मुखिया की हत्या के बाद पूरे इलाके में दशहत है. लेकिन लोगों के बीच आक्रोश है. आए दिन नक्सलियों के आतंक का उन्हें भोगी बनना पड़ता है. मुंगेर सदर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने भी यह साफ किया है कि इस हत्या के पीछे नक्सलियों के हाथ से इंकार नहीं किया जा सकता है.
गौरतलब है कि हाल में ही बिहार में पंचायत चुनाव संपन्न हुआ है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराए गये थे. इस बार बोगस वोट पर भी अलग तैयारी की गयी थी जिसके बाद नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में माओवादी मतदान प्रभावित नहीं कर पाए थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan