Munger news : एक ओर जहां अंधाधुंध पेड़ों की कटाई कर क्रंक्रीट का जंगल तैयार किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से हरित आवरण क्षेत्र बढ़ाने के लिए वन प्रमंडल मुंगेर ने अभियान चला रखा है. इस बार माॅनसून में वन विभाग ने 16 लाख पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया है. वन विभाग खुद और विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से अब तक 2.50 लाख पौधरोपण कर चुका है.
15 अगस्त तक चलेगा पौधरोपण अभियान
मुंगेर वन प्रमंडल की ओर से इस बार माॅनसून में हरित आवरण क्षेत्र बढ़ाने के लिए 16 लाख छायादार, फलदार और औषधीय पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें 6.50 लाख पौधा वन विभाग खुद लगायेगा. शेष 9.50 लाख पौधा विभिन्न स्रोतों से लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें जीविका समूह, किसान, सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों को शामिल किया गया है, ताकि 16 लाख पौधा लगाने के लक्ष्य को पूरा किया जा सके. यूं तो इसकी शुरूआत माॅनसून शुरू होने के बाद 01 जुलाई से मुंगेर में वन विभाग ने शुरू कर दिया है, लेकिन 08 जुलाई को वन महोत्सव पर इसकी विधिवत शुरुआत की गयी है. 15 अगस्त तक पौधरोपण का कार्य चलेगा.
जंगल से लेकर घर-आंगन तक होगा पौधरोपण
पर्यावरण सुरक्षा आज की जरूरत है. इसके लिए पृथ्वी का शृंगार पौधाें से करने की जरूरत है, ताकि मुंगेर जिले में हरित आवरण क्षेत्र में बढोतरी हो सके. वन विभाग एक ओर जहां बड़े पैमाने पर पौधरोपण का कार्य कर रहा है, वहीं हर घर-आंगन, खेत के मेढ़ तक पौधरोपण करने की रणनीति बनायी गयी है. इसके तहत छात्र-छात्राओं को जहां आइकार्ड दिखाने पर दो पौधा दिया जायेगा, वहीं एक हाउस होल्ड को एक आधार कार्ड पर पांच पौधे मुफ्त में उपलब्ध कराए जाएंगे. अगर इससे अधिक पौधा लगाने की दरकार उनको पड़ेगी, तो वन विभाग साइज के अनुसार 10 से 20 रुपये प्रति पौधा उपलब्ध करायेगा. सरकारी संस्थान, रजिस्टर्ड गैर सरकारी संस्थान, अर्धसैनिक बलों की कंपनी को दो-दो हजार पौधा मुफ्त में वन विभाग उपलब्ध कराएगा. इसके लिए वन विभाग ने अपनी नर्सरी समेत 13 नर्सरियों से पौधा उपलब्ध कराने के लिए एग्रीमेंट किया है.
अब तक 2.50 लाख पौधरोपण किया जा चुका
वन प्रमंडल पदाधिकारी अंबरीष कुमार मल्ल ने बताया कि मॉनसून में धरती को हरा-भरा करने और आमजन को अपने घर-आंगन व खेत में लगाने के लिए फल-फूल और छायादार किस्म के पौधे मुहैया कराये जा रहे हैं, ताकि पौधाें से पृथ्वी का शृंगार कर जिले में हरित आवरण क्षेत्र को बढ़ाया जा सके. इस माॅनसून में 16 लाख पौधा लगाने का लक्ष्य है. अबतक 2.50 लाख पौधरोपण किया जा चुका है.