Munger News : नीलाम पत्र मामलों के निष्पादन में रुचि नहीं ले रहे अधिकारी व थानेदार, 2.91 अरब वसूली लंबित
मुंगेर जिले में मामलों का निबटारा नहीं हो रहा. हवेली खड़गपुर थाना में सबसे अधिक 287 वारंट लंबित पड़े हैं. अनुमंडल पदाधिकारी सदर के पास सर्वाधिक 3700 व जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी के पास 3089 मामले लंबित हैं.
Munger News : मुंगेर. जिले में घपले, घोटाले और ऋण धारकों की लंबी फेहरिस्त है. सरकारी राशि गबन और बैंक का पैसा लेकर वापस नहीं करनेवालों पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उनसे राशि रिकवरी के लिए नीलाम पत्र न्यायालय में वाद दायर करने का प्रावधान है. लेकिन जितनी संख्या में नीलाम पत्र न्यायालय में मामले लंबित हैं, उससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि नीलाम पत्र वादों की सुनवाई काफी धीमी गति से होती होगी. जिले के तमाम नीलाम पत्र न्यायालयों में अभी भी 17291 मामले लंबित हैं. इतना ही नहीं सुनवाई पूरी होने के बाद जब गिरफ्तारी, कुर्की वारंट निर्गत होता है,तो वह थाना स्तर पर लंबित हो जाता है. जिले के थानेदारों ने 1145 वारंटों को लंबित रखा है. इस कारण वसूली की रफ्तार धीमी है. अभी भी जिले में ऐसे लोगों से 2 अरब 91 करोड़ 52 लाख 1 हजार 863 रुपये वसूली करना शेष बचा हुआ है.
नीलाम पत्र पदाधिकारियों के पास लंबित हैं 17291 मामले
जिले के विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के न्यायालय में 17 हजार 291 मामले सुनवाई के लिए लंबित पड़ेहैं. सबसे अधिक एसडीओ सदर मुंगेर के यहां 3700 मामले लंबित हैं. उसके बाद जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी के नीलाम पत्र न्यायालय में 3089 मामले लंबित हैं. जबकि जिला भविष्य निधि पदाधिकारी आकाश आनंद के यहां 1717, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी पंकज कुमार के पास 1200 मामले लंबित हैं. एसडीओ तारापुर के पास 734 तो एसडीओ खड़गपुर के पास 694 मामले लंबित हैं. जबकि सीओ स्तर पर तो नीलाम वादों की सुनवाई ही नहीं हो रही है. इस कारण घपले और घोटालेबाजों की बल्ले-बल्ले है.
थानेदारों ने दबा रखा है कुर्की व गिरफ्तारी वारंट
यह बात सही है कि जिले के विभिन्न नीलाम पत्र न्यायालयों में नीलाम वाद लंबित पड़ेहैं. लेकिन अगर कोई सुनवाई पूरी कर आरोपितों से वसूली के लिए सख्ती करने को लेकर गिरफ्तारी व कुर्की वारंट जारी करते हैं तो वह थाना स्तर पर लंबित रह जाता है. क्योंकि थानाध्यक्ष इसके प्रति रुचि नहीं दिखाते हैं. जिले में हवेली खड़गपुरथानाध्यक्ष ऐसे हैं जिनके पास अकेले 287 वारंट लंबित हैं. कासिम बाजार के पास 102, मुफस्सिल थाना के पास 192 गिरफ्तारी व कुर्की वारंट दबे पड़ेहैं.
बैंक लोन, बिजली बिल, अनाज घोटाला से जुड़े हैं कई मामले
नीलम पत्र न्यायालयों में सिर्फ घपले-घोटाले से जुड़े मामले ही लंबित नहीं है. बल्कि बैंक से कर्ज लेकर जमा नहीं करने वाले लोगों के विरुद्ध बैंक द्वारा दर्ज कराया गया मामला भी चल रहा है. जबकि बिजली विभाग के स्तर से बकाया बिजली बिल भुगतान नहीं करने वालों के खिलाफ नीलाम पत्र वाद दायर किया गया है.
कहते हैं प्रभारी जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी
पदाधिकारीवार लंबित वाद व वारंट की स्थिति
- पदाधिकारी-लंबित वादों की संख्या -गिरफ्तारी व कुर्की वारंट की संख्या
- जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी-3089-215
- जिला भू-अर्जन पदाधिकारी-1200-4
- जिला परिवहन पदाधिकारी-508-10
- जिला सामान्य शाखा पदाधिकारी-629-00
- जिला सहकारिता पदाधिकारी-98-00
- जिला पंचायती राज पदाधिकारी-448-20
- जिला आपूर्ति पदाधिकारी-730-22
- जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी-213-00
- जिला भविष्य निधि पदाधिकारी-1717-212
- जिला कल्याण पदाधिकारी-259-10
- बैकिंग शाखा मुंगेर-677-281
- जिला अल्पसंख्यक पदाधिकारी-269-00
- जिला भूमि विकास बैंक-94-24
- एसडीओ सदर-3700-58
- एसडीओ तारापुर-734-00
- एसडीओ हवेली खड़गपुर-624-87
- बीडीओ हवेली खड़गपुर-157-00
- बीडीओ टेटियाबंबर-7-00
- सीओ खड़गपुर-231-183
- सीओ तारापुर-99-00
- सीओ संग्रामपुर-221-00
- सीओ असरगंज-431-00
- सीओ बरियारपुर-341-4
- सीओ जमालपुर-163-15
- सीओ धरहरा-292-00
- सीओ सदर-288-00
- भूमि सुधार उप समाहर्ता सदर-2-00
किस थाने में कितने वारंट पड़े हैं लंबित
- थाना का नाम-लंबित वारंट की संख्या
- धरहरा-19
- हवेली खड़गपुर-287
- शामपुर-43
- बरियारपुर-80
- कासिम बाजार-102
- कोतवाली-43
- मुफस्सिल-192
- हरिणमार-01
- हरपुर-05
- हेमजापुर-01
- संग्रामपुर-76
- सफियासराय-26
- तारापुर-46
- जमालपुर-22
- नयारामनगर-63
- असरगंज-27
- टेटियाबंबर-57
- गंगटा-23
- वासुदेवपुर-10
- अन्य थाना-10