मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय में एलाइट फैल्कॉन एजेंसी के तहत कार्यरत लगभग 70 आउटसोर्सिंग कर्मचारी कुलसचिव से वार्ता के बाद भी बुधवार को तीसरे दिन हड़ताल पर डटे रहे. इस दौरान आउटसोर्सिंग कर्मियों ने एजेंसी के विरुद्ध विरोध प्रकट किया. इसके कारण बुधवार को भी विश्वविद्यालय के अधिकांश कार्यालयों में कार्य ठप रहा. आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बताया कि दीपावली के पूर्व विश्वविद्यालय द्वारा एजेंसी को 7 माह के बकाये मानदेय के रूप में कुल 1 करोड़ 15 लाख रुपये का भुगतान किया गया था इसमें से एजेंसी द्वारा पर्व के समय कर्मियों को 4 माह का भुगतान किया गया. वहीं अब दो माह बीत चुके हैं, लेकिन एजेंसी द्वारा अबतक बकाये तीन माह का भुगतान नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि इसे लेकर जब एजेंसी से बात की जाती है तो उनके द्वारा कहा जाता है कि अबतक विश्वविद्यालय से बकाये 27 माह में 14 माह के मानदेय का भुगतान कर दिया गया है. वहीं कुलसचिव से वार्ता के बाद एजेंसी तीन माह के बकाये मानदेय का भुगतान का आश्वासन दे रही है, लेकिन पूर्व में कई बार एजेंसी आश्वासन देकर उसे पूरा नहीं करती है. इसे लेकर जब तक तीन माह के बकाये मानदेय का भुगतान नहीं किया जाता है, तब तक सभी आउटसोर्सिंग कर्मी हड़ताल पर रहेंगे. विदित हो कि सोमवार से ही एमयू के आउटसोर्सिंग कर्मी अपने तीन माह के बकाये मानदेय की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गये हैं. हलांकि मंगलवार को कुलसचिव से वार्ता के बाद कर्मियों ने कार्य पर वापस लौटने की बात कही थी, बावजूद बुधवार को भी तीसरे दिन भी आउटसोर्सिंग कर्मियों का हड़ताल जारी रही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है