Munger news : मुंगेर सदर व बरियारपुर में बाढ़ से तबाही शुरू, दो दर्जन गांवों का सड़क संपर्क भंग

Munger news : मुंगेर में गंगा वार्निंग लेवल 38.33 मीटर से 42 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जो खतरे के निशान 39.33 से मात्र 58 सेंटीमीटर नीचे है.

By Sharat Chandra Tripathi | August 13, 2024 7:23 PM

Munger news : धीमी रफ्तार के साथ गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी जारी है. जिले में बाढ़ के पानी का फैलाव नये-नये क्षेत्रों में होने लगा है. एक ओर जहां मुंगेर सदर व बरियारपुर प्रखंड के कई विद्यालयों व स्वास्थ्य केंद्रों में बाढ़ का पानी घुस गया है, वहीं दूसरी ओर दो दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क भंग हो गया है. जिले के दियारा क्षेत्र में नावों का परिचालन सरकारी स्तर पर शुरू कर दिया गया है. नाव के सहारे लोग सुरक्षित स्थानों के लिए पलायन कर रहे हैं.

खतरे के निशान की ओर बढ़ रही गंगा

मुंगेर में गंगा धीरे-धीरे खतरे के निशान की ओर आगे बढ़ती चली जा रही है, जो मुंगेर के लिए खतरे की घंटी है. केंद्रीय जल आयोग की मानें तो मुंगेर में गंगा वार्निंग लेवल 38.33 मीटर से 42 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जो खतरे के निशान 39.33 से मात्र 58 सेंटीमीटर नीचे है. हालांकि पानी बढ़ने की रफ्तार काफी धीमी है. तीन-चार घंटे में एक सेंटीमीटर के हिसाब से गंगा का जल स्तर बढ़ रहा है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि अभी इसी रफ्तार से पानी में बढ़ोतरी जारी रहेगी. अगर इस रफ्तार से भी गंगा का जल स्तर बढ़ता रहा तो तीन-चार दिनों में गंगा का पानी खतरे के निशान को पार कर जाएगा. हालांकि ऊपर में लगातार गंगा के जल स्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है.

बाढ़ के कारण आवागमन हुआ ठप

मुंगेर में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है और बाढ़ का पानी विद्यालयों व स्वास्थ्य केंद्रों में घुस चुका है. जाफनगर पंचायत के मध्य विद्यालय, कुतलुपुर पंचायत के मध्य विद्यालय बाबू राम सिंह टोला में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. बरियारपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय दीवानी टोला एवं मध्य विद्यालय फुलकिया ब्रह्मस्थान के परिसर में भी घुस आया है. इसके कारण इन विद्यालयों में पढ़ाई के साथ ही सभी प्रकार के कामकाज ठप हो गये हैं. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कुतलुपुर में बाढ़ का पानी घुस गया है. हालांकि कमरे में अभी पानी प्रवेश नहीं किया है. बाढ़ का पानी आ जाने से न तो वहां स्वास्थ्यकर्मी पहुंच पा रहे हैं और न ही मरीज. इतना ही नहीं बरियारपुर एवं मुंगेर सदर के गंगा पार समेत दियारा क्षेत्र के कई इलाकों में पानी घुस गया है और मार्गों को अवरूद्ध कर दिया है. इसके कारण ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है.बरियारपुर व सदर प्रखंड में आधा दर्जन से अधिक नावों का परिचालन प्रशासनिक स्तर पर शुरू किया गया है.

नये इलाकों में भी फैलने लगा बाढ़ का पानी

बाढ़ का पानी बढ़ने के साथ ही उसका फैलाव भी जारी है. गंगा से जुड़े नालों के माध्यम से पानी सदर प्रखंड के चिकदहबहियार में प्रवेश कर गया है. इसके कारण 100 एकड़ से अधिक खेत जलमग्न हो गये हैं.बरियारपुर प्रखंड के सैकड़ोंएकड़चौर क्षेत्र में पानी फैल चुका है. असरगंज व हवेली खड़गपुर प्रखंड की कई पंचायतों में बाढ़ का पानी खेतों को डूबो दिया है. इसके कारण धान की फसल डूब गयी है. इतना ही नहीं मुंगेर नगर निगम क्षेत्र के लालदरवाजा, पटना रोड दुमंठा घाट ईंट भट्टा तक पानी का फैलाव हो गया है.

गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, मची तबाही

बरियारपुर प्रखंड में बाढ़ के कारण लोगों के बीच त्राहिमाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. प्रखंड के दियारा क्षेत्र के कई विद्यालयों में घुटने भर से अधिक पानी लग गया है. गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़नेवाले संपर्क पथ पर गंगा पानी बह रहा है. इससे ग्रामीणों का मुख्य मार्ग से संपर्क भंग हो गया है. बाढ़ का असर सबसे ज्यादा मजदूर एवं किसानों पर पड़ाहै. प्रखंड के मध्य विद्यालय दीवानी टोला एवं मध्य विद्यालय फुलकिया ब्रह्मस्थान के परिसर में बाढ़ पानी का प्रवेश कर गया है. लालजी टोला में भी बाढ़ के पानी में गरीबों के घर डूब चुके हैं.

सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल पानी में डूबी

हवेली खड़गपुर प्रखंड की चार पंचायतों के दर्जन भर गांवों पर बाढ़ का प्रभाव बढ़ता ही चला जा रहा है. बाढ़ के पानी से अग्रहण पंचायत पूरी तरह से घिर गया है.सैकड़ोंएकड़ में लगी धान की फसल डूब गयी है. एसडीओ राजीव रौशन, अंचलाधिकारी संतोष कुमार सिंह, बीडीओ प्रियंका कुमारी ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए प्रशासनिक स्तर पर पूरी तैयारी है.

असरगंज के अमैया व चोरगांव तक पहुंचा बाढ़ का पानी

असगंज प्रखंड की दो पंचायतों अमैया एवं चोरगांव में बाढ़ ने दस्तक दे दी है.चोरगांव पंचायत के उत्तर टोला चोरगांव गांव, ढोल पहाड़ी एवं अमैया के उत्तर टोला में बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच गया है. खेतों में लगी धान की फसल पूरी तरह से बाढ़ के पानी में डूब गयी है. पशुपालक मवेशी को ढोल पहाड़ी के समीप ऊंचे स्थान पर ले जाकर रखने लगे हैं. अंचल अधिकारी उमेश शर्मा एवं अंचल निरीक्षक अभय कुमार ने बाढ़ प्रभावित दोनों पंचायतों का दौरा किया. सीओ ने बताया कि बाढ़ से निबटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी पूरी है. बाढ़ की स्थिति का आकलन किया जा रहा है. बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद मिलेगी.

Next Article

Exit mobile version