Munger News : नो एंट्री में प्रवेश कर रहे भारी वाहन, उड़ रही आदेश की धज्जियां

मुंगेर शहर में नो एंट्री लागू है. लेकिन शहर के प्रवेश मार्गों पर नो एंट्री का बोर्ड नहीं लगा है. ऐसे में वाहन चालकों को भी जानकारी नहीं हो रही है. जुर्माना भरना पड़ रहा है. इससे आम लोगों को भी परेशानी होती है.

By Sugam | October 18, 2024 7:45 PM

Munger News : मुंगेर. शहर में लगने वाले जाम से निजात दिलाने और भारी वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से एक दशक पूर्व ही शहर में नो एंट्री लागू की गयी थी. सुबह 9 बजे से रात के 9 बजे तक शहर में भारी वाहनों का प्रवेश निषेध है. यह व्यवस्था तब लागू की गयी थी, जब मुंगेर में न तो ट्रैफिक थाना था और न ही ट्रैफिक पुलिस उपाधीक्षक का पद था. सरकार ने यहां ट्रैफिक थाना के साथ ही ट्रैफिक डीएसपी को तैनात किया. लेकिन बड़ी विडंबना यह है कि शहर में नो एंट्री का पालन नहीं हो रहा है. जिला प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं.

शहर में नहीं होता नो एंट्री का पालन, परेशान है शहर

प्रशासनिक स्तर पर शहर में नो एंट्री का आदेश लागू है. इसके अनुसार सुबह 9 बजे से रात के 9 बजे तक भारी वाहनों के शहर में प्रवेश पर रोक है. लेकिन चालकों व व्यवसायियों द्वारा इस नियम का पालन नहीं किया जा रहा है. श्रीकृष्ण सेतु बनने और एनएच-80 होने के कारण बड़े-बड़े वाहन फल, आलू, प्याज, सीमेंट, बालू, ट्रांसपोर्ट का वाहन शहर में प्रवेश कर रहा है. एक तो ऐसे ही शहर में जाम की समस्या से लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी ओर नो एंट्री में भारी वाहनों के प्रवेश से लोग परेशान हो रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी तो स्कूल जा रहे बच्चों और अभिभावकों को हो रही है. इसपर न तो प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही पुलिस विभाग. शाम 8 बजे के बाद ही भगत सिंह चौक, पूरबसराय रेलवे अंडर ब्रिज, लालदरवाजा, चुआबाग से भारी वाहनों का प्रवेश नो एंट्री के समय देखने को मिल जाता है. वहीं शहर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकससपुर तीन बटिया, तेल गोदाम व मनिया चौराहे पर पर दिन भर बड़े व्यावसायिक वाहनों का आवाजाही होती है. बड़े-बड़े व्यापारी मौका देखकर ट्रकों को शहर में प्रवेश दिलवा देते हैं. अगर आप शहर का भ्रमण करेंगे तो शहर के कई सड़कों पर नो एंट्री के टाइम में आपको भारी वाहन से माल उतरते मिल जायेंगे.

प्रशासनिक कागजातों में ही लग रहे नो एंट्री के बोर्ड

प्रशासनिक स्तर पर वर्षों से शहर में नो एंट्री का नियम लागू है. लेकिन वर्तमान में शहर प्रवेश मार्ग व शहर में कहीं भी नो एंट्री का बोर्ड नहीं लगा है. क्योंकि नो एंट्री का बोर्ड प्रशासनिक कागजों पर लगा है. पूर्व में शहर के प्रवेश मार्ग सफियासराय मोड़, चुआबाग, गौशाला मोड़, भगत सिंह चौक सहित दर्जन भर स्थानों पर नो एंट्री का बोर्ड लगा रहता था. अगर कोई भी वाहन गलती से भी प्रवेश कर गया, तो वह बोर्ड देखकर वापस ले लेता था. लेकिन आज कहीं भी नो एंट्री का बोर्ड नहीं दिखता है. इस कारण बाहरी वाहन मुंगेर शहर में प्रवेश कर रहे हैं.

नो एंट्री में घुसा वाहन, तो ट्रैफिक पुलिस ने वसूला जुर्माना

शुक्रवार को यातायात थाना द्वारा वृहत पैमाने पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया. ट्रैफिक डीएसपी प्रभात रंजन के नेतृत्व में चुआबाग के समीप वाहन जांच चलाया गया. इस दौरान एक भारी वाहन को शहर में प्रवेश करने के कारण रोका गया. ट्रक तो खाली था, लेकिन वह नो एंट्री में घुस आया. इस कारण ट्रक चालक को 5000 का जुर्माना चुकाना पड़ा है और पुन: ट्रक पटना रोड में घूम गया. ट्रक से नो एंट्री में की गयी जुर्माना की वसूली इस बात प्रमाण हैं कि नियम तो लागू है लेकिन पालन नहीं होता. शहर में बेधड़क भारी वाहन नो एंट्री के समय प्रवेश करते हैं.

कहते हैं यातायात डीएसपी

नो एंट्री में घुसे ट्रक से यातायात नियम के तहत जुर्माना वसूला गया है. यह बात सही है कि नो एंट्री का बोर्ड कहीं नहीं लगा है. लेकिन हमारे स्तर से परिवहन विभाग को नो एंट्री का बोर्ड लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.
-प्रभात रंजन, यातायात डीएसपी

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