Munger news : मुंगेर पुलिस की गजब कहानी है. महिंद्रा एक्सयूवी-500 के रजिस्ट्रेशन नंबर पर मुंगेर पुलिस विभाग की टाटा सूमो सड़कों पर दौड़ रही है. इतना ही नहीं बिना इंश्योरेंस, प्रदूषण प्रमाण-पत्र और हाइ सिक्योरिटी नंबर प्लेट के ही पुलिस विभाग में शामिल वाहन सड़कों पर चल रहे हैं.
अपनों पे रहम गैरों पे सितम…
परिवहन विभाग, यातायात व मुंगेर पुलिस शहर से लेकर जिले भर में आम वाहन चालकों के हेलमेट, सीट बेल्ट, प्रदूषण और इंश्योरेंस की जांच तो करती है, लेकिन जब पुलिस विभाग के वाहनों की पड़ताल की गयी, तो अपनों पे रहम गैरों पे सितम… वाली कहावत सामने आयी. आम तौर पर किसी वाहन चालक के पास अगर लाइसेंस, गाड़ी का बीमा न हो तो पुलिस पकड़ कर अच्छा खासा चालान बना देती है. पर, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जिस वाहन में मुंगेर पुलिस सवार होकर चलती है, उसका बीमा कई वर्ष व माह पहले ही खत्म हो चुका है. इतना ही नहीं वाहन चालक अपने पास न तो आरसी रखते हैं, न ही बीमा की कॉपी और न ही लाइसेंस. आज भी पुलिस बिना बीमा, बिना लाइसेंस वाली गाड़ी में चलती हैं.
कोतवाली थाने की बोलेरो का इंश्यारेंस एक्सपायर
एम परिवहन एप पर कोतवाली थाने की बोलेरो के नंबर बीआर08पी-3101 को डाला गया तो उसका इंश्योरेंस जहां 16 मार्च 2016 को एक्सपायर दिख रहा है. वहीं प्रदूषण प्रमाण पत्र नोट एक्टिव है. कासिम बाजार थाने की बोलेरो बीआर08पी-3100, वासुदेवपुर थाने की बीआर08पी-3102, पूरबसराय थाने की बोलेरो बीआर08पी-2278 का इंश्योरेंस फेल है और प्रदूषण नोट एक्टिव है.
इंश्योरेंस एक्सपायर वाहन पर चल रहे वरीय अधिकारी
पुलिस विभाग में आज भी कई किराये की गाड़ियां चल रही हैं, जिन पर कनीय से लेकर वरीय पुलिस अधिकारी सवारी कर रहे हैं. हाल यह है कि इंश्योरेंस फेल और प्रदूषण नोट एक्टिव वाले वाहनों पर पुलिस के वरीय अधिकारी तक सफर कर रहे हैं. एसडीपीओ सदर बीआर11पीसी-6107 नंबर की स्कॉर्पियो पर चलते हैं. जब इस नंबर को एम परिवहन एप पर डाल कर देखा गया, तो यह गाड़ी प्रदीप कुमार के नाम पर है. इसका रजिस्ट्रेशन पूर्णिया जिले का बताया गया. इस वाहन का 26 जुलाई 2024 को ही इंश्योरेंस फेल है, जबकि प्रदूषण नोट एक्टिव दिख रहा है.
बना कर रखें दूरी, एक्सीडेंट होने पर नहीं मिलेगा क्लेम
पुलिस से दूर रहना हमेशा बेहतर होता है, लेकिन आजकल पुलिस की गाड़ियों से भी काफी बचकर रहने की जरूरत है. खुदा न खास्ता आप अगर पुलिस वाहन की चपेट में आ गये, तो न क्लेम मिलेगा, न कोई मुआवजा. हो सकता है कि पुलिस इस बात से भी मुकर जाये कि एक्सीडेंट उनके वाहन से हुआ है. वजह यह है कि मुंगेर पुलिस विभाग में अधिकांश गाड़ियों का इंश्योरेंस फेल है. हाल ही में मुंगेर शहर के अंबे चौक पर उत्पाद पुलिस वाहन के धक्के से एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी, लेकिन मृतक के परिजनों को कोई क्लेम नहीं मिला.
महिंद्रा एक्सयूवी-500 के रजिस्ट्रेशन पर दौड़ रही टाटा सूमो
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मुख्य गेट के पास बाहर में कार्यालय समय में हमेशा एक पुरानी टाटा सूमो हर किसी को दिखती है. इस गाड़ी में लगे नंबर प्लेट पर बीआर 08पी-6666 रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित है. एम परिवहन एप पर जब इस नंबर को डाला गया, तो जो जानकारी मिली वह काफी चौंकाने वाली थी. इस वाहन के मालिक सन्नी कुमार सिंह हैं और यह नंबर महिंद्रा एक्सयूवी-500 एफडब्ल्यूडीडब्लू 8 के नाम से रजिस्टर्ड है. इसका रजिस्ट्रेशन 3 नंवबर 2014 का दिखाया जा रहा है. इसका इंश्योरेंस 8 जून 2023 को ही एक्सपायर बताया गया है. मुंगेर पुलिस विभाग की टाटा सूमो पर महिंद्रा एक्सयूवी का रजिस्ट्रेशन नंबर लगा हुआ है. अब क्या सही है और क्या गलत यह तो परिवहन विभाग, यातायात पुलिस अथवा पुलिस विभाग ही जाने.
कहते हैं जिला परिवहन पदाधिकारी
मुंगेर के जिला परिवहन पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार अलबेला ने बताया कि वाहनों का रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस, पॉल्यूशन सभी अपडेट रहना अनिवार्य है. नहीं रहने पर परिवहन एक्ट में सभी के लिए अलग-अलग जुर्माना राशि तय है. इतना ही नहीं बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, बिना नंबर प्लेट, अन्य वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर दूसरे वाहनों पर लगा कर चलना सभी पूरी तरह से गलत है. इसके लिए भी परिवहन एक्ट में जुर्माना निर्धारित है.